Varanasi, वाराणसी में नगर निगम चुनाव (Varanasi Nagar Nigam Election) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी बीच एक खबर यह भी आ रही है कि वाराणसी में किन्नर समाज के लोग भी इस चुनाव में हिस्सा लेंगे। इस सिलसिले में खबर हिंदी की टीम ने किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से भी खास बात की।
आपको बता दें कि पिचास मोचन स्थित विमल तीर्थ पर मंगलवार को किन्नर समाज के लोगों ने अपने ज्ञात-अज्ञात पूर्वजों का पिंडदान किया। इस दौरान अखाड़े की महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी समेत महंत उपस्थित रहे।
अपने वाराणसी आने के प्रायोजन के बारे में बात करते हुए लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि इतिहास में पहली बार महाभारत काल की शिखंडी द्वारा पिंड दान किए जाने के करीब 300 साल बाद किन्नरों ने अपने पूर्वजों का पिंडदान कर एक नई परंपरा शुरू की है। वह पिछले हर 2 वर्ष में यहां पर ज्ञात अज्ञात पितरों का तर्पण करने के लिए आती हैं।
इस दौरान महामंडलेश्वर भवानी मां ने नगर निगम चुनाव को लेकर बड़ी बेबाकी से अपनी बात सामने रखी। उन्होंने कहा कि किन्नर को भी संविधान में बराबर का अधिकार मिला है, तो समाज में भी बराबर का अधिकार मिलना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि लोग अगर यदि हीन भावना से देखते हैं तो, यह बहुत ही गलत है। हम भी अपने हक की लड़ाई हमेशा लड़ते रहेंगे। अगर हमें चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा तो हम बिल्कुल चुनाव में लड़कर देश की सेवा और भलाई का काम करेंगे।
Shraddha Walker Murder, 35 टुकड़ों वाला प्यार, कच्ची उम्र में पक्की सीख- अतुल मलिकराम
जब तक हमारे लोग केंद्र में, राज्य में, निकाय चुनाव जब तक हम खुद नहीं जाएंगे तो, हमारा फैसला कौन करेगा। अपनी लड़ाई स्वयं लड़नी होगी और हमें अपनी योग्यता भी सिद्ध करनी होगी।
राजराजेश्वरी ने कहा कि किन्नर समाज में महिला और पुरुष को समान आदर दिया जाता है। किन्नर अखाड़ा में सभी के लिए स्थान है चाहे वह औरत हो चाहे वह पुरुष। सनातन धर्म के बारे में बोलते हुए राजराजेश्वरी ने कहा कि सनातन धर्म सिर्फ धर्म नहीं है यह लोगों के जीने का नजरिया है “इट इज अ यूनिवर्स”।
Anup Jalota ने की अनुपम खेर की तारीफ, कहा-आपकी ऊंचाई ही आपके जीवन का सारांश है
इस दौरान प्रमुख रुप से आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महामंडलेश्वर भवानी ना महामंडलेश्वर पवित्रा महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि महंत कल्याणी नंदगिरी महामंडलेश्वर श्री प्रिय महंत श्री सिद्धेश्वर अखाड़ा के महामंडलेश्वर उपस्थित रहे।