Varanasi Cold Weather के कारण प्रदेश के सबसे ठंडे प्रदेशों में एक है। यहां के स्कूलों का समय बदला गया और स्कूलों को दोपहर दो बजे बंद करने का फैसला भी हुआ। हालांकि, प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए एक स्कूल में मनमानी का मामला सामने आया है। आलम ये है कि मासूम बच्चों की जान से खिलवाड़ और प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करते हुए स्कूल का संचालन करने की तस्वीर सामने आई है।
दरअसल, तापमान में गिरावट तथा शीतलहरी को देखते हुए जिला प्रशासन के आदेशानुसार विद्यालय के समय में परिवर्तन किया गया था। जिलाधिकारी / मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि कड़ाके की ठंड के मद्देनजर वाराणसी में इंटर (12वीं कक्षा) तक के सभी स्कूल गुरुवार से सुबह 10:00 बजे संचालित करने का फैसला लिया गया। उन्होंने बताया कि प्राइमरी स्कूलों को भी अपराह्न 2:00 बजे बंद करने का निर्णय लिया गया।
हालांकि, एक तरफ प्रशासन जान-माल के नुकसान से बचने और नागरिकों को सुरक्षित रखने की कोशिश में जुटा है, तो दूसरी तरफ प्रशासनिक आदेश को ठेंगा दिखाते हुए एक स्कूल ठंड बढ़ने के पहले वाले समय से ही संचालित किए जाने की बात सामने आई। बतानी इलाके के आदर्श शिक्षा मंदिर में बच्चों को उपस्थित देखा गया। छोटे बच्चों के लिए स्कूल का समय बदलने के जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद स्कूल 10 बजे के पहले खुला दिखा और बच्चे भी कड़ाके की ठंड में स्कूल में उपस्थित दिखे।
स्कूल प्रबंधन ने ऐसा अनजाने में किया या प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए ऐसा किया, इस पर स्पष्टता नहीं है। सवाल ये भी हिंदुस्तान जैसे दैनिक हिंदी अखबार में खबर छपने के बाद भी स्कूल प्रबंधन अनभिज्ञ कैसे रहा ? खबर हिंदी की टीम ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में सवाल उठना लाजमी में है कि मासूमों की जान से खिलवाड़ करने वाले लोगों पर क्या कार्रवाई की जाएगी ?