Food security Act, अब गरीबों को दिसंबर 2023 तक केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के तहत एक साल की अवधि के लिए मुफ्त राशन बांटने का फैसला किया है।
वाणिज्य और खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने मीडियाकर्मियों को बताया कि इस कदम से 2 लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा जो, पूरी तरह से सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
Mohanlal Panda को मिला 2022 का अटल उपलब्धि पुरस्कार
इस कदम से 81.35 करोड़ से अधिक एनएफएसए लाभार्थी को लाभ मिलेगा। इससे पहले, एनएफएसए के तहत लाभार्थियों को रियायती दरों पर चावल और गेहूं प्रदान किया जाता था।
गोयल ने बताया कि खाद्यान्न, जो अप्रैल 2020 से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत प्रदान किया जा रहा था, उसे भी एनएफएसए कोटा के तहत शामिल किया जाएगा।
फैसले से पहले एनएफएसए के तहत प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो खाद्यान्न 2-3 रुपये प्रति किलो की दर से मुहैया कराया जा रहा था। अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) के तहत परिवारों को प्रति माह 35 किलो खाद्यान्न मिलता है।
एनएफएसए के तहत गरीबों को तीन रुपये प्रति किलो चावल और एनएफएसए के तहत दो रुपये प्रति किलो गेहूं दिया जाता है। अब यह सब लाभुकों को नि:शुल्क दिया जाएगा।




