Punjab: मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा रविवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी की महारैली के दौरान पंजाब के राज्यपाल पर टिप्पणी के बाद दोनों के बीच जुबानी जंग फिर से शुरू हो गई है. हालांकि इसे पहली बार भी देखा गया है. राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि पंजाब में मेरी सरकार है, क्योंकि सारे आदेश मेरे हस्ताक्षर के साथ ही निकलते हैं, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री को भी इस हिसाब से बर्ताव करना चाहिए. मुझे छोटी-छोटी बात याद रहती है, किसी को कोई गलतफहमी नरहे.
राज्यपाल पुरोहित ने कहा- ‘मुख्यमंत्री से यह पूछना चाहिए कि जब राज्यपाल मेरी सरकार कह रहे हैं, तो राज्य का मुख्यमंत्री उनके साथ ऐसा व्यवहार क्यों कर रहा है. मुख्यमंत्री मान ने मेरे 10 पत्रों में से किसी का जवाब नहीं दिया. सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को फटकार लगाई है कि मुख्यमंत्री प्रत्येक पत्र का जवाब दें, लेकिन मान सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी नहीं मान रहे.
आपको बता दें कि सीएम मान ने रविवार को दिल्ली में अपने भाषण में वाकया याद दिलाया था, जिसमें विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल से अभिभाषण पढ़ते समय ‘माई गवर्नमेंट’ कहलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने की चुनौती दे डाली थी. इसके साथ ही राज्यपाल की ओर से बजट सत्र बुलाने की अनुमति न देने और राज्य सरकार के सुप्रीम कोर्ट जाकर यह अनुमति हासिल करने का मुद्दा भी उठाया था.
राज्यपाल ने जब पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री भगवंत मान इस प्रकरण में दोषी हैं, तो राज्यपाल ने कहा- आप रिकॉर्ड पेश करो, अगर मैंने कभी अपनी सरकार के खिलाफ कुछ बोला हो. मैं एक बार नहीं, 50 बार बोलता हूं कि पंजाब में मेरी सरकार है. उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने विधानसभा का जो विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया है, उसकी मंजूरी भी राज्यपाल देंगे.