Varanasi, वाराणसी के गोदौलिया चौराहे पर दरोगा से मारपीट मामले में आरोपी नितेश नर सिंघानी को कोर्ट से जमानत मिल गई है। वहीं तीन अन्य आरोपियों गप्पू सिंह, सनी गुप्ता और नीतीश सिंह रौनक ने कोर्ट के सामने आत्म समर्पण कर दिया है। वहीं कई वीडियों को सोशल मीडिया पर शेयर कर मामले पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं।
नितेश नर सिंघानी ने बुधवार को कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। आज शुक्रवार को उसे कोर्ट से जमानत मिल गई है। इस बात की पुष्टि उनके वकील चुन्ना राय ने की।
बता दें कि रविवार 7 अप्रैल की रात गोदौलिया चौराहे पर दरोगा को पीटने का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके आधार पर पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई थी। पीड़ित दरोगा की शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने पुलिस द्वारा लिखे गए मुकदमे पर सवाल उठाया और कहा की हाथापाई और कहासुनी के मामले में हत्या के प्रयास जैसे धाराओं में कार्यवाही क्या न्याय संगत है?
घटना के वक्त वहां मौजूद हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गाड़ी के कागज को लेकर शुरू हुआ विवाद पुलिस द्वारा तिल का ताड़ बना दिया गया है। वहां मौजूद लोगों के बयान के अनुसार पुलिस कर्मियों द्वारा की गई बाजूबानी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई जिसे मीडिया ने बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया।
लोगों का यह भी कहना है कि अगर उच्च स्तरीय जांच की जाए तो मामले की सच्चाई सबके सामने आ जाएगी। हालांकि जो वीडियो वायरल किया गया है उसे ब्लर किए जाने का आरोप भी लगाया जा रहा है। दारोगा आंनद प्रकाश की तहरीर पर नीतीश सिंह, नितेश नर सिंघानी, सन्नी गुप्ता, गप्पू सिंह, राहुल सिंह सहित 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।