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  • September 17, 2025
  • Last Update January 8, 2025 1:51 pm
  • Noida

Kapil Dev ने बताया चैंपियन कैसे बनते हैं, IAS अधिकारी ने शेयर किया दिल जीतने वाला VIDEO

kapil dev

Kapil Dev का नाम हर उस भारतीय के दिलो-दिमाग में है जिसने क्रिकेट से प्यार किया है। उन्होंने Chat with Champions कार्यक्रम के दौरान बताया कि चैंपियन कैसे बनते हैं। कार्यक्रम की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी अवनीश शरण ने कपिल देव की वीडियो ट्वीट की है।

युवाओं और किशोरों की अत्यधिक दबाव वाली कंप्लेन पर कपिल देव ने कहा, आज कल मैं बहुत सुनता हूं, बहुत प्रेशर है। आईपीएल है, बाकी क्रिकेट भी है, मैं तो एक ही बात कहता हूं तो मत खेलो आईपीएल। कपिल का ये कहना था कि ऑडियंस ठहाके लगाने पर मजबूर हो गई। लोगों ने इस चैंपियन क्रिकेटर की बात पर जमकर तालियां बजाईं।

कपिल देव जब यंगस्टर्स की बातें कर रहे थे तो उस समय स्टार शटलर सायना नेहवाल भी मौजूद थीं। उन्होंने भी कपिल देव की बातों से सहमति जताई। वीडियो में सायना को कपिल की बातों पर हामी भरते देखा गया। कपिल ने सवाल किया, प्रेशर क्या होता है ? खिलाड़ी की लाइफ में प्रेशर नहीं, प्लेजर यानी आनंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी को स्पोर्ट्स पसंद है तो प्रेशर किसी भी सूरत में हो ही नहीं सकता। अपनी जेनरेशन की मानसिकता के बारे में कपिल देव ने कहा, वे भगवान से बस दुआ करते थे कि बारिश नहीं हो, क्योंकि उन्हें खेलने में मजा आता था। एंजॉयमेंट के लिए खेलते थे।

सक्सेस न मिलने पर हताशा और डिप्रेशन जैसी चुनौतियों के बारे में कपिल देव ने कहा, अगर आज की पीढ़ी ये कहे कि वे डिप्रेशन में हैं, प्रेशर के कारण दिमाग परफॉर्म नहीं कर पा रहे तो ये बातें चौंकाने वाली हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई में बच्चों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिल रही हैं। एसी वाले क्लासरूम मिलते हैं, टीचर बच्चों को टच भी नहीं कर सकता, इसके बाद भी कोई कहे कि प्रेशर है तो ये बेतुकी बात है।

1983 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम को ऐतिहासिक जीत तक पहुंचाने वाले कैप्टन कपिल देव ने बताया, हम तो इंजॉय करने के लिए खेलते थे। एंजॉयमेंट में प्रेशर हो ही नहीं सकता। स्कूली बच्चों से कपिल ने कहा, 10वीं-12वीं के बच्चों को किसी दबाव में नहीं होना चाहिए। स्कूल में पढ़ने के लिए भी पैसे मां बाप देते हैं, फीस देने के लिए माता-पिता जी तोड़ मेहनत करते हैं, फिर भी हम बोलते हैं कि प्रेशर है, ऐसे में वे बस एक ही संदेश देना चाहेंगे कि प्रेशर को प्लेजर में बदल दो, खेलना एंजॉय करो सारी परेशानी दूर हो जाएगी।