लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के साथ पीपीपी मॉडल पर तीन बस स्टेशन विकसित करने के लिए ओमेक्स लिमिटेड के साथ एमओयू साइन किया है l इसके अलावा वीएलटीडी और पैनिक बटन लगाने के लिए चयनित सेवा प्रदाता फर्म की परियोजना का भी शुभारंभ किया गया है l बसों में पैनिक बटन और वीएलटीडी लगाने का ठेका जापान की कंपनी एनईसी को दिया गया है l बुधवार को परिवहन निगम मुख्यालय पर चेयरमैन एल l वेंकटेश्वर लू, प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ l इस मौके पर परिवहन निगम की अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग के साथ ही निगम के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे l
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि पहले चरण में कुल पांच बस स्टेशन पीपीपी मॉडल पर बनने हैं l नौ अगस्त तक सभी पांचों बस स्टेशन के लिए एमओयू साइन हो जाएगा l इसके बाद एयरपोर्ट की तर्ज पर बस स्टेशनों का निर्माण कार्य शुरू होगा l बुधवार को लखनऊ के विभूति खंड गाजियाबाद और प्रयागराज के सिविन लाइंस बस स्टेशनों के पीपीपी मॉडल पर विकसित करने को लेकर ओमेक्स कंपनी के साथ एमओयू साइन किया गया है l उन्होंने बताया कि इसके अलावा पहले चरण में 5000 रोडवेज बसों में पैनिक बटन और व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम डिवाइस लगाई जाएगी l पैनिक बटन से किसी भी तरह की जरूरत पड़ने पर सहायता उपलब्ध होगी. इससे रोडवेज बसों में सफर के दौरान महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी l पैनिक बटन को डायल 112 से कनेक्ट किया जाएगा l इसका रिस्पांस टाइम वही रहेगा जितना पुलिस का रहता है lnउन्होंने बताया कि वीएलटीडी से बसों की लोकेशन के बारे में घर बैठे ही जानकारी ली जा सकेगी l इससे अगर कोई यात्री बस से सफर कर रहा है तो उसके घर वाले भी ऐप के जरिए लोकेशन ट्रैक कर सकेंगे l घरवालों को भी अपने सगे संबंधी की रास्ते भर लोकेशन मिलती रहेगी l उन्होंने बताया कि बस स्टेशनों पर निर्भया फंड के तहत बड़ी-बड़ी एलईडी लगाई जाएंगीजाएंगी l
इस मौके पर परिवहन निगम के चेयरमैन एल वेंकटेश्वर लू ने कहा कि बसों में पैनिक बटन और वीएलटीडी लगने से महिलाएं खुद को सफर के दौरान सुरक्षित महसूस करेंगी l अभी पांच बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने का टेंडर हुआ है. शेष 18 बस स्टेशनों को भी जल्द ही पीपीपी मॉडल पर विकसित कराने के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी l उन्होंने बताया कि जापानी कंपनी को बसों में भी वीएलटीडी और पैनिक बटन लगाने का जिम्मा सौंपा गया है l वैसे तो बसों में सफर के दौरान पैनिक बटन की महिलाओं को जरूरत न पड़े तो यही बेहतर है क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाएं खुद ही पूरी तरह सुरक्षा