UPSRTC ड्राइवर को यात्रियों के साथ कैसा बर्ताव करना चाहिए, इसकी ट्रेनिंग देगा। निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक की अध्यक्षता में ग्रामीण अंचल में चालकों को प्रोत्साहन देने के लिए कमेटी गठित की जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने बताया कि परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर चालकों की क्षेत्रीय स्तर पर काउंसलिंग की जाएगी। इसके लिए काउंसलर की तैनाती की जाएगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का एक ही ड्राइवर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट कानपुर में कार्यरत है। क्षेत्रीय स्तर पर चालकों को सॉफ्ट स्किल और यात्रियों के प्रति मधुर व्यवहार करना और ड्राइविंग स्किल में सुधार करने के लिए प्रोफेशनल ट्रेनर रखने की योजना है। ड्राइवरों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी होगा।
UPSRTC एमडी संजय कुमार ने बताया कि बसों में नई टेक्नोलॉजी आ रही है इसलिए उसके संबंध में ड्राइवरों को ट्रेनिंग दिए जाने की योजना है। उन्होंने बताया कि नई टेक्नोलॉजी के संबंध में उसके उपयोग और सावधानियों के बारे में ड्राइवरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ज्यादा संख्या में बसें खरीदी जा रही हैं इसलिए ज्यादा ड्राइवरों को ट्रेनिंग की जरूरत पड़ेगी। साथ-साथ ग्रामीण अंचल में चालकों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है क्योंकि संविदा ड्राइवर का पारिश्रमिक किलोमीटर के आधार पर होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में पैसे कम मिलते हैं।
योगी सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि चालकों को ग्रामीण क्षेत्रों में ड्राइविंग करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ग्रामीण अंचल में प्रोत्साहन योजना शुरू किया जाएगा। क्षेत्रीय स्तर पर काउंसलिंग व काउंसलर की व्यवस्था तथा उनके प्रोत्साहन योजना पर विचार करने हेतु मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि समिति के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में ड्राइवरों में चाह बढ़ेगी और अधिक संख्या मे परिवहन निगम को ग्रामीण अंचलों के लिए ड्राइवर मिल सकेंगे। इससे लोगों को आवागमन में सुरक्षा के साथ सुविधाजनक यात्रा मुहैया होगी।