उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath अपने पहनावे के कारण भी अलग पहचान रखते हैं। उनकी तरह दिखने वाले एक शख्स को देखकर CM योगी को ही देखने या उनसे मिलने का भ्रम होता है। वाराणसी में जब ये शख्स दिखे तो खबर हिंदी की टीम ने उनके बारे में जानकारी जुटाई। पता चला कि हूबहू सीएम योगी की तरह दिखने वाले इन महाशय का नाम Jogi Vijendra Nath है। खास बात ये कि इनकी तमाम हाईप्रोफाइल नेताओं तक पहुंच है। भाजपा अपने चुनाव प्रचार में भी इन्हें इन्वाइट कर चुकी है। वह स्नातन धर्म की रक्षा के लिए भी कार्य कर रहे हैं। पढ़िए दिलचस्प पड़ताल…
सीएम योगी की तरह दिखने वाले योगी विजेंद्र नाथ पिछले दिनों बनारस में दिखे थे। उनका स्वागत वार्ड 90 के वर्तमान पार्षद मनोज कुमार सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया था। इस दौरान खबर हिंदी की टीम ने उनसे खास बातचीत की।
जोगी विजेंद्र नाथ के साथ माताजी, वीना जी और एक अन्य शख्स भी बनारस पहुंचे थे। पड़ताल में जानकारी मिली कि जोगी विजेंद्र का जन्म राजस्थान के कैमरा गांव में हुआ था। रोजी-रोटी की तलाश में अलवर और फिर मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंचे जोगी विजेंद्र नाथ बताते हैं कि उनका जन्म नाथ संप्रदाय में ही हुआ है। उनके इष्ट देव बाबा गुरु गोरखनाथ जी हैं। उन्होंने 2017 में दीक्षा ली।
दीक्षा से पहले हर आदमी की तरह जोगी विजेंद्र भी सामान्य जीवन जी रहे थे। जोगी विजेंद्र नाथ गृहस्थ भी हैं। परिवार में उनकी पत्नी, एक पुत्र, एक पुत्री हैं। पुत्र नगर निगम इंदौर में कार्यरत हैं। पुत्री ने पढ़ाई कर रही हैं। जोगी विजेंद्र कहते हैं कि उनके यहां साधु कोई बनना नहीं चाहता। सब चाहते हैं कि वह अच्छा जीवन यापन करें।
नाथ संप्रदाय के लोगों की भिक्षावृत्ति पर जोगी बताते हैं कि उनके परिवार में पिता और दादा भी ऐसा कर चुके हैं। बदलते युग के साथ वे भिक्षावृत्ति नहीं कराना चाहते, इस कारण उन्हें पढ़ाई-लिखाई और रोजी-रोटी की तलाश में इंदौर भेज दिया गया। इंदौर कर्मभूमि बन गई।
2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री चुने जाने पर जोगी बताते हैं कि उन्हें इसी समय लगा था कि अब पूरी दुनिया में नाथ संप्रदाय का उदय होने वाला है। नाथ संप्रदाय लोगों की स्मृति से गायब हो रहा था, लेकिन योगी जी के आने के बाद से नाथ संप्रदाय की ख्याति बहुत बढ़ी है।
बकौल जोगी विजेंद्र पहले आम लोगों के बीच अपना परिचय देते समय उन्हें बताना पड़ता था कि योगी क्या है ? हालांकि, अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके कर्मों की बदौलत लोग खुद उन्हें भी पहचानने लगे हैं। अब परिचय नहीं देना पड़ता है। लोग समझते हैं कि मुख्यमंत्री की तरह योगी है। उन्होंने कहा कि भगवान और भगवान गुरु गोरखनाथ जी की कृपा से सब उन्हें मान प्रतिष्ठा मिलती रहती है।
भगवान शंकर की नगरी काशी जैसी अनुभूति कहीं नहीं
काशी के बारे में अनुभव साझा करते हुए जोगी विजेंद्र ने कहा, काशी विश्वनाथ पहुंचने के बाद ऐसा अनुभव हुआ मानो इतना सुख स्वर्ग में भी संभव नहीं। उन्होंने कहा, पूरी दुनिया घूमने के बाद काशी में उन्हें जो अनुभूति हुई है वैसी पहले कभी और कहीं भी नहीं हुई।
Jogi Vijendra की संक्षिप्त प्रोफाइल-
- पिता का नाम- रघुनाथ जोगी
- माता का नाम- सोमवती जोगी
- पत्नी संगीता जोगी
- पुत्र- तरुण
- पुत्री- तन्वी जोगी
दोनों में बारीक लेकिन अहम फर्क है
जोगी विजेंद्र ने महायोगी शिवनाथ योगी जी से दीक्षा लेकर नादी जनेऊ और भगवा धारण किया। हमारे गुरु योगी जी के गुरु भाई और महायोगी अवैद्यनाथ जी के शिष्य हैं।
CM योगी संन्यासी हैं। जोगी जितेंद्र नाथ संप्रदाय से हैं, लेकिन गृहस्थ हैं। बेटे तरुण जोगी की शादी हो चुकी है। पुत्रवधू का नाम प्रणिता जोगी है। दोनों की गृहस्थी में हाल ही में लक्ष्मी (पार्थवी जोगी) का आगमन हुआ है, नन्ही परी अभी केवल 5 महीने की है।
–अलका