जानकारी शाम मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने दी। इससे पहले शुक्रवार और बीते 24 जुलाई को ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान मसाजिद कमेटी के प्रतिनिधि नहीं मौजूद थे। मसाजिद कमेटी ने एएसआई के सर्वे से दूरी बना कर उससे विरत रहने का निर्णय लिया था।सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने एएसआई के सर्वे पर स्थगन आदेश देने से इंकार कर दिया है। ऐसे में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हुए एएसआई के वैज्ञानिक सर्वे में सहयोग करेंगे।हम आशा करते हैं कि न्यायालय के दिशा-निर्देश का निष्पक्ष तरीके से पालन होगा और हमारी मस्जिद को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही, 17 मई 2022 के सुप्रीम कोर्ट के अदालत के आदेश से हमारे धार्मिक अधिकार सुरक्षित रहेंगे। सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि हम सभी से अपील करते हैं कि अदालत के आदेश का सम्मान करते हुए पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था बनाए रखें। अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। लोगों की बयानबाजी को नजरअंदाज करते रहें, इसी में सबकी भलाई है। शांति, संयम और सद्भाव के मूल मंत्र को हम मजबूती से पकड़े रहें।