एक्टिंग और टीवी की दुनिया में लिविंग लीजेंड अन्नू कपूर का बर्थडे 20 फरवरी को होता है। दिग्गज अभिनेता के बारे में जानिए दिलचस्प बातें। अन्नू कपूर बहुआयामी अभिनेता हैं। शुक्राणु डोनेशन जैसे अत्याधुनिक विषय पर विकी डोनर जैसी फिल्म में उनका अभिनय यादगार है। स्पर्म डोनेशन पर खुलेआम संवाद करती फिल्म के डॉक्टर अरोड़ा (अन्नू कपूर) की डायलॉग डिलीवरी का अंदाज सबसे अलग है।
एक्टिंग की दुनिया से पहचान बनाने वाले अन्नू कपूर का बचपन गरीबी में बीता। स्कूल छूटा, लेकिन ज्ञान की चाह बनी रही। बाद के दिनों में वेद, उपनिषद और कुरान भी पढ़े।
पिता थिएटर कंपनी चलाते थे, लेकिन करियर ऑप्शन के रूप में अन्नू कपूर की पहली च्वाइस एक्टिंग नहीं थी। सिविल सेवक यानी (IAS) बनना चाहते थे।
मायानगरी मुंबई में बॉलीवुड फिल्मों के किरदार और एक्टर्स के असली नाम की कहानियां भी खूब हैं। दिलचस्प तथ्य है कि अन्नू कपूर का असली नाम अनिल कपूर था।
कपूर खानदान किसी परिचय का मोहताज नहीं। अनिल कपूर भी बेमिसाल अभिनेता के तौर पर लोकप्रिय हैं। ऐसे में इंडस्ट्री के लोगों ने अन्नू को नाम बदलने की सलाह दी, जिसके बाद आज हम उन्हें अन्नू कपूर के रूप में जानते हैं।
एक इंटरव्यू में अन्नू कपूर अभिनय यात्रा की शुरुआत पर बताते हैं, चाय की दुकान चलाई, चूरन के नोट बेचे, पटाखे की दुकान चलाई, लॉटरी टिकट बेचे।
इसी समय बाबूजी ने कहा, ‘अगर कुछ नहीं हो रहा है, तो मेरी थिएटर कंपनी में शामिल हो जाओ।’ यहीं से शुरू हुआ एक्टिंग का सफर
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) एक्टिंग की दुनिया का संगम कहा जा सकता है। अन्नू कपूर अपने भाई की जिद पर यहां पहुंचे।
श्याम बेनेगल ने यहां एक नाटक में 23 साल के अन्नू कपूर को 70 साल के बुजुर्ग के रोल में देखा। काम की खूब तारीफ की। प्रशंसा पत्र भेजा और मंडी फिल्म में रोल ऑफर कर दिया।
ज़ी टीवी पर प्रसारित म्यूजिकल शो अंताक्षरी और अन्नू कपूर की जोड़ी बेहद खास है। शो में 4000 गाने गा चुके अन्नू कपूर के बारे में समीक्षकों ने कहा, उन्होंने अंताक्षरी को क्रांति बना दिया।
बात पर्सनल लाइफ की शुरू करें तो भोपाल में जन्मे अन्नू कपूर ने पहली शादी 1992 में अनुपमा से की। हालांकि, अगले ही साल तलाक हो गया। तकरार और मतभेद भुलाकर दोनों ने 15 साल बाद 2008 में फिर से शादी कर ली।