बदरीनाथ धाम उत्तराखंड के कपाट गुरुवार को खुल गए। देवताओं की ओर से शीतकालीन पूजा का क्रम श्रीमान नारद जी ने सम्पन्न किया अब मनुष्यों की ओर से भगवान बदरीविशाल जी के मुख्यपुजारी श्रीमान ईश्वरप्रसाद नम्बूदरी जी ने आज से भगवान की पूजा शुरु की।
प्रातः सर्वोत्तम मुहूर्त में 7:10 बजे गुरुपुष्य योग में कपाल उद्घाटन सम्पन्न हुआ।
बहूनि सन्ति तीर्थानि दिवि भूमौ रसातले ।
बदरीसदृशं तीर्थं न भूतो न भविष्यति ।।
भारत भूमि में करोड़ों तीर्थ है। इन सबमें अन्यतम तीर्थ हैं बदरीनाथ धाम। आज से आगामी 7 महीनों तक मनुष्य भगवान की पूजा / दर्शन कर पाएंगे। इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपना सान्निध्य प्रदान किया परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती मौजूद रहे।
‘१००८’ महाराज , धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, स्वामी संविदानन्द, रवीन्द्र भट्ट, मन्दिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, ललितनारायण मिश्र, कुमकुम जोशी, पंकज भाई मोदी, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्यकार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, सदस्य आशुतोष डिमरी, भास्कर डिमरी, कृपाराम सेमवाल आदि अनेक विद्वज्जन उपस्थित रहे।