Assembly Session, उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Assembly) का सोमवार से सत्र शुरू हुआ है. सत्र के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसे लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने कड़े निर्देश दिए हैं. इस बार विधान भवन की आपूर्ति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी चेयरमैन ने अपने हाथों में ही ले ली है.
यही वजह है कि सोमवार को वे सचिवालय स्थित विद्युत उपकेन्द सहित विद्युत आपूर्ति व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे. विभागीय अधिकारियों से बारीकी से पूरी जानकारी ली. निर्देश दिया कि तैयारी दुरुस्त रहें, किसी भी कीमत पर बिजली आपूर्ति बाधित होने न पाए. बता दे कि पिछले साल विधानसभा सत्र के दौरान ही बिजली गुम हो गई थी जिसके बाद तीन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विधान भवन की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को पूरी तरह ट्रिपिंग विहीन और सुदृढ़ बनाने के लिये सभी आवश्यक कार्य करें. विधान भवन के गेट नम्बर सात पर स्थित पीडब्लूडी के एलटी स्विचिंग रूम में भी चेयरमैन गए जहां से विधान भवन उत्तरी और दक्षिणी को आपूर्तिदी जाती है.
आपूर्ति व्यवधान के समय वैकल्पिक श्रोतों पर स्विच ओवर होता है. उन्होंने अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. व्यवधान की स्थिति में आपूर्ति चेन्ज ओवर पर तीन सेकेन्ड से भी कम समय लगता है, इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी. इसके बाद अध्यक्ष यूपीपीटीसीएल (UPPTCL) ने विधान परिषद (Vidhan Parisad) और विधान सभा (Vidhan Sabha) के मण्डप की आपूर्ति स्थल का दौरा किया.
यहां पर 11 केवी के पोषकों की आमद सीधे राजभवन उपकेन्द्र से है. राज भवन स्थित 33 / 11 केवी उपकेन्द्र पर भी चेयरमैन गए. उपकेन्द्र के मुख्य द्वार के बाईं तरफ स्थित नगर निगम की भूमि पर गैस आधारित उपकेन्द्र (जीआईएस) के निर्माण के प्रस्ताव के बारे में जमीन उपलब्ध कराने के लिये नगर आयुक्त से फोन पर बात की.
उन्होंने राज भवन के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देशित किया कि नगर आयुक्त से मिलकर जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें. उपकेन्द्र के निर्माण के लिए शीघ्र टेन्डर की कार्रवाई पूरी करें. अध्यक्ष ने राज भवन के अधिशाषी अभियन्ता से आपूर्ति को और सुदृढ़ बनाने के लिए विस्तृत जानकारी ली.
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि किसी लाइन में विद्युत व्यवधान की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था सेकण्डस में चालू हो जाए इसके लिए यथा सम्भव सभी ऑटोमेटिक तकनीक का प्रयोग सुनिश्चित किया जाए. इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
चेयरमैन एम. देवराज ने स्टोर डिवीजन के अधिकारियों को शक्ति भवन बुलाकर बैठक भी की. उन्होंने राजभवन उपकेन्द्र के लिए आवश्यक सामग्री की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए. अध्यक्ष ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि विधान भवन की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह अलग फीडर से रहे इसके लिये आवश्यक कार्य भी पूरे किए जाएं.