Logo
  • November 22, 2024
  • Last Update November 16, 2024 2:33 pm
  • Noida

Chaitra Navratri, तीसरी शक्ति मां चंद्रघंटा की पूजन-विधि

Chaitra Navratri, तीसरी शक्ति मां चंद्रघंटा की पूजन-विधि

Chairta Navratri, चैत्र नवरात्रि की तीसरी शक्ति है मां चंद्रघंटा l चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है l इन्हें पापों की विनाशिनी कहा जाता है l मान्यता है कि चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की उपासना से साहसी और पराक्रमी बनने का वरदान मिलता है l

कैसे पड़ा मां चंद्रघंटा का नाम ?
मां दुर्गा का तीसरा रूप हैं मां चंद्रघंटा. युद्ध मुद्रा में सिंह पर विराजमान मां चंद्रघंटा के इनके हाथों में तलवार, त्रिशूल, धनुष व गदा धारण हैं l इनके माथे पर घंटे के आकार में अर्द्ध चंद्र विराजमान है, इसलिए ये चंद्रघंटा कहलाती हैं l

Aaj ka Rashifal, इन राशियों को आज सावधान रहने की जरूरत

मां चंद्रघंटा तंभ साधना में मणिपुर चक्र को नियंत्रित करती है और ज्योतिष में इनका संबंध मंगल ग्रह से होता है l शास्त्रों के अनुसार, मां चंद्रघंटा ने राक्षसों के संहार के लिए अवतार लिया था. इनमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवों की शक्तियां समाहित हैं l

पूजा-विधि
मां को शुद्ध जल और पंचामृत से स्नान कराएं। अलग-अलग तरह के फूल,अक्षत, कुमकुम, सिन्दूर,अर्पित करें। केसर-दूध से बनी मिठाइयों या खीर का भोग लगाएं। मां को सफेद कमल,लाल गुडहल और गुलाब की माला अर्पण करें और प्रार्थना करते हुए मंत्र जप करें।

samanyu college add santosh add santosh add

editor

Related Articles