मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना (CM Abhyudaya Scheme) के तहत उत्तर प्रदेश में संचालित कोचिंग में 33 इम्पैनल्ड टीचर सेवाएं दे रहे हैं। इन केंद्रों में कोर्स को-आर्डिनेटर, छात्रावास अधीक्षिका, कनिष्ठ सहायक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, कम्प्यूटर प्रोग्रामर, कम्प्यूटर आपरेटर और मल्टीपर्पस स्टाफ भी काम कर रहे हैं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी जीआर प्रजापति ने मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के बारे में बताया कि वर्तमान समय में को-आर्डिनेटर का कार्य रूपेन्द्र सिंह चौहान, अधीक्षक (राजपत्रित) को सौपा गया है। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत आउटसोर्सिंग के माध्यम से दो कम्प्यूटर ऑपरेटर विनय दुबे और राजीव कुमार सेवाएं दे रहे हैं। संस्था में लाइब्रेरी भी स्थापित है।
छात्रों को नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) की पुस्तकें, समसायिक वार्षिकी/अर्द्ध वार्षिकी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विभिन्न विषयों की पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं। लगभग 1.50 लाख रुपये की लागत से फरवरी में 329 किताब/पत्रिकाएं खरीदी गईं।
वाराणसी में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की दूसरी ब्रांच संत अतुलानन्द कॉन्वेट होलापुर में संचालित है। यहां JEE और NEET की कक्षाएं संचालित होती हैं। गत वर्ष अप्रैल में अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) संजय कुमार ने संस्था का निरीक्षण कर छात्रों को महत्वपूर्ण टिप्स दिए थे। अगस्त में अपर जिलाधिकारी (प्रोटोकाल) बच्चू सिंह ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी स्वयं संस्था का निरीक्षण और छात्रों को पढ़ाने का काम करते रहे। हिमांशु नागपाल (IAS) मुख्य विकास अधिकारी की भूमिका में हैं। उन्होंने भी बच्चों के साथ संवाद के दौरान उनका मार्गदर्शन किया। योजना की शुरुआत फरवरी 2021 में हुई थी।