रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने कहा है कि भारत सुपरपावर बनना चाहता है, लेकिन ताकत बढ़ाने का मकसद दुनिया का कल्याण है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने उकसाए जाने के बाद लद्दाख की गलवान घाटी और अरुणाचल प्रदेश के तवांग में मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सेना ने पराक्रम और वीरता दोनों साबित किया है।
FICCI के एनुअल जनरल मीटिंग में रक्षा मंत्री ने कहा, आजादी के बाद भारत की स्थिति लगातार मजबूत हुई है। बकौल रक्षा मंत्री, 1949 में चीन का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) भारत की तुलना में कम था। उन्होंने कहा, भले ही भारत आज से 40-42 साल पहले दुनिया की टॉप- 10 अर्थव्यवस्थाओं में नहीं गिना जाता था, लेकिन बाद के दिनों में हालात में लगातार सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा, 2014 में भारत विश्व की अर्थव्यवस्थाओं में 9वें स्थान पर था। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मजबूत हुई भारत की छवि की तरफ संकेत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, आज भारत 3.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के करीब पहुंच चुका है। दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बाद भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है और दुनिया के कल्याण के मकसद से सुपरपावर बनना चाहता है। ताकत बढ़ाने का उद्देश्य किसी का हक छीनना या धौंस जमाना नहीं है।