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  • November 22, 2024
  • Last Update November 16, 2024 2:33 pm
  • Noida

Joshimath Sinking, दरकते भवनों को जमींदोज करने का कार्य शुरू

Joshimath Sinking, दरकते भवनों को जमींदोज करने का कार्य शुरू

Joshimath Sinking, उत्तराखंड के जोशीमठ में दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत उन होटल, घर और भवनों को ढहाया जा रहा है, जिन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया जा चुका है। कार्रवाई की शुरूआत दो होटलों से हुई है।

जोशीमठ में हालात लगातार बिगड़ते चले जा रहे हैं। भू-धंसाव के चलते तमाम घरों और होटलों में पड़ी दरारें बढ़ती जा रही हैं। प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं। ऐसे में जो घर और इमारतें सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, उन्हें जमींदोज करने का काम शुरू हो गया है। सबसे पहले टीम ने होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया।

इस दौरान 60 मजदूरों के साथ ही दो जेसीबी, एक बड़ी क्रेन और दो टिप्पर ट्रक मौजूद थे। वहीं, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट जोशीमठ में क्षेत्र के हालात को लेकर आर्मी बेस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।

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एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल के दिशा निर्देशन में एसडीआरएफ की आठ टीमों को प्रथम चरण में जोशीमठ में तैनात किया गया है।

एसडीआरएफ की यह टीमें अन्य इकाइयों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जहां एक ओर भू धंसाव वाले क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर दिन और रात प्रभावित क्षेत्रों में कड़ी नजर रखते हुए प्रभावित लोगों का मनोबल बढ़ाने का काम भी कर रही है।

ये दोनों होटलें दरारों के चलते पीछे की तरफ झुक गए हैं। पिछले दिनों तकनीकी समिति ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट दी थी। इसमें सरकार को तत्काल जर्जर निर्माणों को ढहाने की अनुशंसा की गई थी। इन जर्जर संरचनाओं के कारण जान-माल के खतरे की आशंका जताई जा रही थी। जोशीमठ में दरारें लगातार लोगों को डरा रही हैं। प्रशासन की ओर से अब तक 678 घरों को चिन्हित किया गया है।

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वहीं, जिला प्रशासन की हिदायत पर रिहायशी इलाकों के लोग घर खाली कर जा चुके हैं। बहुत सारे लोग अभी भी सामान समेट रहे हैं। ये लोग जोशीमठ छोड़कर जाने की तैयारी में हैं। इतना ही नहीं कई जगहों पर सड़क तक फट गई है। जमीन के नीचे से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है।

होटल मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा का कहना है कि उन्हें प्रशासन की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मैं जनहित में अपने होटल को गिराए जाने के सरकार के फैसले के साथ हूं। लेकिन मुझे इससे पहले नोटिस मिलना चाहिए था और होटल का मूल्यांकन किया जाना चाहिए।

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