Educate Girls Volunteer, ग्रामीण भारत में बालिकाओं की शिक्षा के लिए काम कर रही गैर-लाभकारी संस्था एजुकेट गर्ल्स इस दिसंबर अपनी 15वीं वर्षगांठ मना रही है। संस्था 2007 से भारत के ग्रामीण और शैक्षिक रूप से पिछड़े इलाकों में स्थायी परिवर्तन लाने के लिए बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है। इस मिशन में संस्था का साथ 18,000 से भी अधिक युवा टीम बालिका (स्वयंसेवक) दे रहे हैं।
एजुकेट गर्ल्स अपनी 15वीं वर्षगांठ 5 से 13 दिसंबर के बीच पाली, राजसमंद, बांसवाड़ा, उदयपुर और बूंदी में मनाने जा रही है। राजस्थान में काम करते हुए संस्था को सरकार और समुदाय का भरपूर समर्थन मिला है। संस्था ने 2007 में राजस्थान के पाली जिले से अपने काम की शुरुआत की थी। वर्तमान में संस्था राजस्थान के उदयपुर, पाली, सिरोही, जालोर, बांसवाड़ा, अजमेर, भीलवाड़ा, झालावाड़ और राजसमंद जिले में कार्यरत है।
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संस्था स्थानीय सरकार और समुदाय के समर्थन के साथ साझेदारी के माध्यम से यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करती है कि सभी लड़कियां स्कूल में जाएं और अच्छी तरह से सीखें। पिछले 15 वर्षों में, एजुकेट गर्ल्स ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लगभग 20,000 गांव में नामांकन के लिए 12 लाख से अधिक स्कूल न जाने वाली लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया है।
एजुकेट गर्ल्स की संस्थापिका और बोर्ड सदस्य सफीना हुसैन ने कहा, “पिछले 15 सालों का सफर हमारे लिए प्रेरणादायक रहा है, इसके लिए हमारी सभी टीम बालिकाओं को बड़ा श्रेय जाता है। उन्होंने जो सफलता हासिल की है, उस पर हमें बहुत गर्व है। हमें टीम बालिकाओं को और भी ज्यादा सशक्त बनाकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हर लड़की स्कूल में जाएं और अच्छी तरह से सीखें, ताकि हमारा लक्ष्य प्राप्त हो सके। सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने और समाज में लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए लड़कियों को शिक्षित करने का हमारा प्रयास भारत के लिए महत्वपूर्ण है। हमारे इस सफर को सफल बनाने के लिए मैं सरकार, समुदाय, डोनर्स और हमारे सभी शुभचिंतकों को धन्यवाद देती हूँ।
5 दिसंबर को एजुकेट गर्ल्स परिवार के लगभग 2,500 कर्मचारी, डोनर्स, सरकारी अधिकारी और 18,000 से अधिक टीम बालिका साथी संस्था के 15 साल के जश्न को मनाने के लिए एक साथ आएंगे। ये समारोह राजस्थान के पाली जिले में शुरू होगा। पाली से ही संस्था ने अपने काम की शुरुआत 2007 में की थी। 1000 से अधिक जेंडर चैंपियन एक साथ 15 कार्यक्रमों में शामिल होंगे और आने वाले वक्त में संस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक नए जोश के साथ नई शुरुआत करेंगे।
एजुकेट गर्ल्स की भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए संस्था के सीईओ महर्षि वैष्णव ने कहा, “इन 15 सालों में एजुकेट गर्ल्स ने जो कुछ हासिल किया है, उसके लिए मैं हमारे फील्ड चैंपियन को सलाम करता हूँ, जिन्होंने लड़कियों को स्कूल वापस लाने के लिए अधिकांश ग्रामीण, दूरस्थ और हाशिए के समुदायों में 1.5 करोड़ घरों तक पहुँचने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हम अगले कुछ वर्षों में 16 लाख लड़कियों को स्कूल वापस लाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार और समुदायों के साथ सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।