चंडीगढ़ः हमारे घर का कचड़ा हमारे लिए हमेशा परेशानि बना रहा है यही नहीं जमा कचड़े कई बिमारीयों को भी जन्म देते है. इस समस्या का सामाधान नेशनल एनवायरमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) ने निकाल लिया है. नगर निगम सदन की 13 मई को होने वाली बैठक में इंटिग्रेटिड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने का प्रस्ताव लाया जा रहा है. सदन से मंजूरी मिलने पर टेंडर के बाद जो एजेंसी फाइनल होगी वह यह प्रोजेक्ट दो वर्ष में तैयार करेगी और 25 वर्ष इसका ऑपरेशन भी करेगी.
जो कचरा अभी समस्या है वह कंप्रेस्ड बायोगैस और सीमेंट एनर्जी बनाने के काम आएगा, रोजाना निकलने वाले कचरे को प्रोसेसिंग के बाद इसी तरह से बायो गैस और एनर्जी में बदला जाएगा. इस बायो गैस से वाहनों के फ्यूल में इस्तेमाल की जा सकेगा. साथ ही सूखे कचरे के प्लांट में कचरे को प्रोसेस कर आरडीएफ से सीमेंट टेक्नोलॉजी के जरिए एनर्जी पैदा की जाएगी.
आपको बता दें कि डड्डूमाजरा में लेगेसी वेस्ट हटने के बाद खाली हुई 15 एकड़ जमीन पर यह प्लांट लगेगा. एमसी सदन से आरएफपी और इसे जारी करने की मंजूरी ली जाएगी. प्रस्ताव शार्ट, मीडियम और लांग टर्म की प्लानिंग के लिए लाया जाएगा. एमसी सदन से आरएफपी और इसे जारी करने की मंजूरी ली जाएगी. प्रस्ताव शार्ट, मीडियम और लांग टर्म की प्लानिंग के लिए लाया जाएगा. इसमें तीनों स्थिति टीवी के लिए अलग-अलग प्रस्ताव रहेगा.