Lucknow Vehicle Fitness RTO के लिए चैलेंज बनता दिख रहा है। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के कड़े तेवर के बाद फिटनेस सर्टिफिकेट बनाने वाली कंपनी ने आश्वासन दिया है कि अब हर दिन 175 वाहनों की फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करेंगे। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ के इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर पर वाहन स्वामियों को फिटनेस में हो रही दिक्कत की शिकायत पर अपर परिवहन आयुक्त ने दोनों कंपनियों को तलब किया। मंगलवार को दोनों कंपनियों के प्रतिनिधि एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के सामने अपना पक्ष रखने उपस्थित हुए।
अपर परिवहन आयुक्त की मौजूदगी में सॉफ्टवेयर और मशीनों के मेंटेनेंस का काम देखने वाली कंपनी रोजमार्ट की तरफ से पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया गया, वहीं परीक्षण का काम कर रही हरि फिलिंग स्टेशन की तरफ से 72 घंटे के अंदर हरहाल में कमियों को दूर कर वाहन स्वामियों की समस्या का निवारण करने का आश्वासन दिया गया। अपर रिवहन आयुक्त ने साफ तौर पर कहा कि अगर किसी कंपनी की गलती से वाहन स्वामियों को दिक्कत हुई तो कार्रवाई तय है।
बैठक में अपर परिवहन आयुक्त ने सुझाव दिया कि परीक्षण केन्द्र में ‘हेल्प- डेस्क को तत्काल प्रभाव से प्रारम्भ किया जाए। इसके बाद हरि फिलिंग स्टेशन के प्रतिनिधि रोहित सिंह ने कहा कि हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। हेल्प डेस्क पर वाहन स्वामियों/वाहन चालको की सभी समस्याओं का निवारण किया जाएगा। उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को विश्वास दिलाया कि अगले 72 घंटे के अन्दर परीक्षण केन्द्र की सभी समस्याओं का निवारण हो जाएगा। परीक्षण केन्द्र में प्रतिदिन 150-175 वाहनों का परीक्षण किया जायेगा।
इसके अलावा रोजमार्ट कंपनी को भी परिवहन विभाग के अधिकारियों के तरफ से सख्त निर्देश दिया गया कि नई कंपनी को सहायता की जाए वाहन स्वामियों के हित में जरूरी है कि पूर्व संचालक होने के नाते आप के साथ कार्य कर रहा है स्टाफ को कम से कम 2 माह तक के लिए इस केंद्र में अस्थाई रूप से तैनात किया जाए इसके बाद रोज मार्ट कंपनी की तरफ से भी परिवहन विभाग के अधिकारियों को विश्वास दिलाया गया कि यहां पर स्टाफ की तैनाती की जाएगी जिससे वाहन स्वामियों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो सही समय पर वाहनों की फिटनेस हो। बता दें कि एक दिन पूर्व ही परिवहन विभाग के अधिकारियों ने इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर का निरीक्षण किया था इस दौरान उन्हें मुख्य रूप से दो खामियां मिली थीं। इनमें सॉफ्टवेयर की समस्या और फिटनेस लेन की समस्या अहम थी।