Israel Hamas War के 14वें दिन गाजा पट्टी से आई तस्वीरें विचलित करने वाली हैं। इस्राइली सेना की तरफ से हुई बमबारी के बाद गाजा पट्टी के कई इलाकों में धुएं का गुबार देखा गया। तबाही के मंजर का आलम ये है कि लोग मलबों को नंगे हाथों से हटाकर लापता परिजनों की तलाश कर रहे हैं। हमास के पांच हजार रॉकेट के जबाव में इस्राइली सेना की तरफ से हो रही कार्रवाई गत दो हफ्ते से जारी है। दोनों तरफ से जारी गोलाबारी में अब तक करीब पांच हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
इस्राइल, गाजा-पट्टी में कितने लोगों की मौत
हमास के हमले में 1400 इजराइली मारे गए, जबकि जवाबी कार्रवाई के दौरान गाजा पट्टी पर 3780 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। 12 हजार से अधिक लोगों के घायल होने की खबरें हैं। हालात बेहद संवेदनशील हैं। पश्चिमी देशों से मिले समर्थन के बाद नेतन्याहू ने सैन्य कार्रवाई जारी रखने की बात कही है। बता दें कि उन्होंने हमास को जड़ से मिटा देने की कसम खाई है।
फिलिस्तीन की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद जमींदोज
गाजा के आंतरिक मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में शुक्रवार को बताया गया कि इजराइली हवाई हमले में उत्तरी गाजा पट्टी में ऐतिहासिक अल-ओमारी मस्जिद को नष्ट कर दी गई है। अनादोलु के एक बयान के अनुसार, इस्राइल की सेना लगातार इमारतों को निशाना बना रही है। प्राचीन मस्जिद 7वीं शताब्दी की है और फ़िलिस्तीन में इसका ऐतिहासिक महत्व है। ये देश की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद है।
Israeli warplanes destroy the Grand Al-Omari Mosque in Jabalia, north of the Gaza Strip.#Gaza_Under_Attack #GazaGenocide pic.twitter.com/OWJb6ZP6Bx
— Quds News Network (@QudsNen) October 20, 2023
गौरतलब है कि युद्ध के बीच इजराइल के पीएम दुनियाभर से समर्थन करने की अपील कर चुके हैं। Israel PM Modi के कार्यकाल में भारत के साथ रिश्तों को बेहतर करने की दिशा में भी कई कदम उठा चुका है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री मोदी के प्रगाढ़ रिश्तों पर भी कई खबरें सामने आ चुकी हैं। दोनों देशों के संबंधों का जिक्र इसलिए क्योंकि लगभग दो हफ्ते से जारी इजराइल और हमास के युद्ध के बीच, भारत के अलावा पश्चिमी दुनिया से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे कई देश इजराइल के समर्थन में सामने आए हैं।
हालांकि, कूटनीतिक और सामरिक नजरिए से भारत और फिलिस्तीन का रिश्ता भी काफी अहम रहा है। संघर्ष में मारे गए हजारों लोगों में कई फिलिस्तीनी नागरिकों की मौतें भी हुई हैं। पश्चिमी एशिया (West Asia or Middle East) के इस अभूतपूर्व मानवीय संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से बात की।
युद्ध के 13वें दिन गुरुवार को पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण के महामहिम राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से फोन पर बात करने के दौरान भारत की जनता की तरफ से उन्होंने गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हम फ़िलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से बात करने के दौरान क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की। पीएम मोदी ने इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।
Spoke to the President of the Palestinian Authority H.E. Mahmoud Abbas. Conveyed my condolences at the loss of civilian lives at the Al Ahli Hospital in Gaza. We will continue to send humanitarian assistance for the Palestinian people. Shared our deep concern at the terrorism,…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2023
बता दें कि पीएम मोदी ने सात अक्टूबर के दिन हुए आतंकी हमलों के बाद इस्राइल के समर्थन में बयान दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने हमास के आतंकी हमले की निंदा करते हुए इजराइल के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया था।