Black Day For Indian Democracy सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। राहुल गांधी की लोक सभा सदस्यता छिनने के बाद कांग्रेस सोशल मीडिया पर हैशटैग ब्लैक डे फॉर इंडियन डेमोक्रेसी लिखकर अपना आक्रोश जता रही है। राहुल पर हुई कार्रवाई के बाद यूथ कांग्रेस समेत कांग्रेस के तमाम नेताओं ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट करना शुरू किया। प्रतिक्रियाओं में कांग्रेस प्रधानमंत्री पर तानाशाही के आरोप लगाने के साथ-साथ फासिज्म के नए दौर की बात भी कह रही है।
Rahul Gandhi Disqualification Congress के लिए करारा झटका!
दरअसल, लोक सभा महासचिव की कार्रवाई के बाद एक घंटे से भी कम समय में Rahul Gandhi Disqualification Black Day For Indian Democracy, सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग टॉपिक्स में शुमार हो गया। ट्विटर पर Black Day For Indian Democracy हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। 15 हजार से अधिक ट्वीट किए जा चुके हैं। कांग्रेस नेताओं ने क्या बातें कहीं, ये जानने के लिए देखिए कांग्रेस की प्रतिक्रियाएं-
यूथ कांग्रेस प्रमुख बीवी श्रीनिवास
Fascism got a new face & Dictatorship a new Heir!#BlackDayForIndianDemocracy pic.twitter.com/3H8u1QmM2n
— Srinivas BV (@srinivasiyc) March 24, 2023
भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) का आधिकारिक हैंडल
Black Day For Indian Democracy! pic.twitter.com/4YxiLP0JT3
— Indian Youth Congress (@IYC) March 24, 2023
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके अलावा लोक सभा चुनाव 2024 में भी एक साल से कम वक्त बाकी रह गया है। ऐसे में लोक सभा सांसद राहुल गांधी की सदस्यता छिनना कांग्रेस के लिए करारा झटका है। भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस को एकजुट करने की कवायद कर रहे राहुल गांधी अब किस तरीके से इस अप्रत्याशित कार्रवाई का सामना करेंगे, इसका जवाब भविष्य के गर्भ में छिपा है। कानूनी प्रक्रियाओं से राहुल को कब और कितनी राहत मिलेगी, इस पर भी सस्पेंस है। तमाम सियासी सरगर्मियों के बीच आलोचकों का एक पक्ष ये भी है कि चुनाव में खुद को बैकफुट पर देख रही बीजेपी मीडिया मैनेजमेंट और हेडलाइन बटोरने के मकसद से ऐसी कार्रवाई करा रही है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि वे भाजपा को मुंहतोड़ राजनीतिक जवाब देने में कामयाब रहेंगे।
Shashi Tharoor का तीखा कटाक्ष
कांग्रेस सांसद शशि थरूर समेत कई नेताओं ने राहुल की अयोग्यता मामले में बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। थरूर ने शुक्रवार को आदेश पर कटाक्ष किया और उन्होंने कार्रवाई की “तीव्रता” पर सवाल खड़े करते हुए “राजनीतिक” कदम करार दिया। गुरुवार को सूरत की अदालत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान 2019 में की गई उनकी ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर मानहानि के मामले में दो साल कैद की सजा सुनाई गई है।
थरूर ने ट्विटर पर कहा, “अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर और जब एक अपील प्रक्रिया लंबित थी। उन्होंने कहा, मैं इस कार्रवाई से और इसकी तेजी से स्तब्ध हूं। यह राजनीति है और प्रजातंत्र बीमार है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “उन्होंने (भाजपा) उन्हें अयोग्य घोषित करने के लिए हर तरह की कोशिश की। वे उन लोगों को नहीं रखना चाहते जो सच बोल रहे हैं लेकिन कांग्रेस सच बोलती रहेगी। हम संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग करना जारी रखेंगे।” अगर जरूरत पड़ी तो हम लोकतंत्र बचाने के लिए जेल जाएंगे।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “हम इस लड़ाई को कानूनी और राजनीतिक दोनों तरह से लड़ेंगे। हम भयभीत या चुप नहीं रहेंगे। पीएम से जुड़े अडानी महा मेगा घोटाले में जेपीसी के बजाय, राहुल गांधी अयोग्य हैं। भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।”
गुजरात के ‘मोदी’ राहुल गांधी पर भारी पड़े
बता दें कि शुक्रवार को, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी चार साल पुरानी ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी के आधार पर लोक सभा से घोषित कर दिया गया। राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद थे। राहुल को आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया गया है। राहुल गांधी ने अप्रैल 2019 में कर्नाटक के कोलार में एक लोकसभा चुनाव रैली में “सभी चोरों का सरनेम मोदी कैसे हो सकता है” टिप्पणी की थी। उनके खिलाफ सूरत पश्चिम से भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था।