Varanasi, इसराइल हमास युद्ध के बीच ऑपरेशन अजय के तहत सकुशल वतन वापस पहुंचे वाराणसी दुर्गाकुंण निवासी राहुल सिंह ने आपबीती बताई। उन्होंने कहा कि वह येरुशलम के हेब्रू विश्वविद्य़ालय के शोध छात्र हैं। वहीं हमले की खबर सुनते ही पूरा परिवार चिंतित हो गया। दुर्गाकुंड निवासी राहुल सिंह के पिता अंबरिश सिंह ने पीएमओ में अपने बेटे के सकुशल वापस लौटने के लिए चिठ्ठी लिखी। बेटे से बातचीट न होने पाने पर मां-बाप काफी परेशान हो गए थे।
भारत सरकार द्वारा चलाए गए ऑपरेशन अजय के तहत राहुल सिंह सोमवार को सकुशल वापस लौटे, जिसके बाद परिवार के लोगों ने बेटे को मिठाई खिलाई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। राहुल के जीजा आशुतोष सिंह ने पीएम मोदी को आभार दिया और कहा कि पीएम मोदी का प्रयास रंग ला रहा है। वहीं पिता ने कहा कि जब इसकी जानकारी हुई तो वह काफी डर गए थे। बेटे से बात नहीं हो पा रही थी, ऐसे में मन काफी व्याकुल था। आज जब बेटा वापस आ गया है तो सुकुन है। वहीं मां अनु सिंह की आंखें भावुक हो गई। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का दिल से धन्यवाद , आज उन्ही के प्रयासों के कारण मेरा बेटा वापस आ गया। राहुल के पिता कहते हैं कि पीएम के संसदीय कार्यालय में पत्र दिया गया। जिसके बाद कार्रवाई हुई और उनका बेटा वापस लौट आया।
बता दें कि इस्राइल पर हमास के आतंकियों द्वारा किए गए हमले में कई भारतीय वहां फंस गए थे। उन्हीं में एक थे पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी दुर्गाकुंड के निवासी राहुल सिंह । राहुल सिंह सकुशल अपने घर सोमवार को लौट आए है। उन्होंने कहा कि जब हमास के आतंकियों द्वारा इसराइल पर हमले की जानकारी हुई वह हॉस्टल में थे। तभी इमर्जेंसी सायरन बजने लगा। उन्हें विश्वविद्यालय की ओर से बाहर न निकलने की सूचना मिली थी। जिसके बाद दो देशों के युद्ध की जानकारी हुई।
जब राहुल सिंह से खबर हिंदी की टीम ने बात की तो राहुल सिंह बोले कि जब हमास के आतंकियों द्वारा इजराइल पर हमला किया गया तो वह उसे समय अपने हॉस्टल में थे। तभी वहां आपातकाल सायरन बजने लगा किसी को बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। सब घबरा गए थे, सबके अंदर डर का माहौल था। किसी से किसी की बात नहीं हो पा रही थी। सिर्फ और सिर्फ लोग है के माहौल में जीने को मजबूर थे। आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा इस्रराइल में फंसे भारतीयों को सकुशल वापस लाने के लिए ऑपरेशन अजय चलाया गया है, इस ऑपरेशन के तहत अबतक 918 लोग सकुशल स्वदेश वापस लौट आए है।