राजस्थान के मुख्यमंत्री Ashok Gehlot ED की छापेमारी पर राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, 25 अक्टूबर को कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को गारंटी देने वाली योजना का शुभारंभ किया। अब 26 अक्टूबर को राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के ठिकानों पर छापेमारी और बेटे वैभव गहलोत को ईडी का समन दिखाता है कि भाजपा कांग्रेस की गारंटी योजना और सफलता से घबरा गई हैं।
भाजपा पर राजनीतिक प्रतिशोध के आरोप लगाने वाले मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले ईडी के लाल गुलाब दिखने शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में महिलाओं, किसानों और गरीबों को दी जा रही कांग्रेस की गारंटी से भाजपा असहज है।
सीएम अशोक गहलोत ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर लिखा कि भाजपा गरीबों और महिलाओं के साथ किसानों को फायदा पहुंचाना ही नहीं चाहती। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को वरिष्ठ शिक्षक द्वितीय श्रेणी प्रतियोगी परीक्षा, 2022 पेपर लीक मामले में राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के आवास पर छापेमारी की। छापेमारी राजस्थान के जयपुर में सिविल लाइंस स्थित डोटासरा के आधिकारिक आवास पर की गई।
छापेमारी तब हुई है जब आगामी 25 नवंबर को राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियां हो रही हैं। ऐसे में ईडी की कार्रवाई ने राजनीतिक रंग ले लिया है। प्रवर्तन निदेशालय भी पेपर लीक मामले में राजस्थान में लगभग एक दर्जन स्थानों पर तलाशी अभियान चला रहा है। इस महीने की शुरुआत में, ईडी ने पेपर लीक मामले में दिनेश खोदानिया, अशोक कुमार जैन, प्रेरणा चौधरी, सुरेश ढाका और अन्य व्यक्तियों के सात आवासीय परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया था।
ईडी के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत तलाशी ली गई, जिसमें विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, विभिन्न संपत्तियों के बिक्री कार्यों की प्रतियां, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और 24 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई।