Sadhvi Pragya के सनातन बोर्ड की मांग पर स्वामी जीतेंद्रानंद ने पलटवार किया है। जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अखिल भारतीय संत समिति सनातन वफ्फ बोर्ड जैसी मांग से कतई सहमत नहीं है।
अक्टूबर में देशभर के संत जब दिल्ली में बैठे थे हमने यह निर्णय लिया था कि भारतीय संविधान में समानता के मूल अधिकार का हनन करने वाला कोई भी कानून हिंदू समाज स्वीकार नहीं करेगा।
जहां तक वफ्फ एक्ट 1995 की बात है यह तो, देश भर में फैली हुई 108000 प्रॉपर्टी जो रेल और रक्षा मंत्रालय के सर्वाधिक जमीने वक्फ बोर्ड के पास है और वफ्फ के पास जो जमीन में है यह साबित करना पड़ेगा उनको जिसने दान दिया है वह दान देने का अधिकारी था कि नहीं।
इसलिए हमें किसी बोर्ड की कतई आवश्यकता नहीं है। हम चाहते हैं कि देश में असमानता से संबंधित जो भी कानून है वह सारे रद्द होने चाहिए।
आपको बता दें कि एक निजी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने वफ्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड बनाने की मांग की थी। सुनें वीडियो
#BreakingNow: हिंदू राष्ट्र पर BJP सांसद @SadhviPragya_MP का बड़ा बयान.. कहा-‘सनातन ही हिंदुस्तान का धर्म, सनातन बोर्ड बनना चाहिए’@PreetiNegi_ #BJP #HinduRashtra #PragyaSinghThakur pic.twitter.com/RSrdZnvj9Q
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) February 15, 2023