Tawang India China Faceoff का मुद्दा अभी तक शांत नहीं हुआ है। सीमा पर हालात क्या हैं, इसके लिए सुरक्षाबल मुस्तैद हैं, लेकिन सीमा के भीतर भारत और चीन के बीच होने वाली लेन-देन पर सियासी बयानबाजी हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल किया है कि भाजपा और केंद्र सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि पिछले कई साल में चीन के साथ व्यापार बढ़ा है।
चीन की आक्रामकता का मुकाबला और पड़ोसी देश को सबक सिखाने का जिक्र करते हुए CM केजरीवाल ने आम लोगों से चीनी सामान के बहिष्कार का आह्वान किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं-कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए सवाल किया, BJP और केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि 95 बिलियन डॉलर का व्यापार क्यों हो रहा है। उन्होंने निवेशकों के देश छोड़ने और सरकार की तरफ से सहयोग न होने के आरोप भी लगाए।
Indians को भगा रहे हो और China वालों को गले लगाते हो!
China से आने वाला 90% माल भारत में बन सकता है।
उद्योगपति देश छोड़कर जा रहे हैं, पिछले 5–7 साल में 12.5 Lakh लोग देश छोड़कर गए।
उद्योगपतियों के पीछे CBI-ED छोड़कर, चोर-उचक्कों को पार्टी में लेते हैं।
—CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/IbAcQ6chGN
— AAP (@AamAadmiParty) December 18, 2022
उन्होंने कहा कि कई वर्षों के आंकड़ों से पता लगता है कि भारत में चीनी कंपनियों का व्यापार बढ़ा है। सरकार को साफ करना चाहिए कि चीन के साथ बिजनेस करना मजबूरी क्यों है ? केजरीवाल ने कहा, चप्पल, खिलौने और ऐसी तमाम चीजों का निर्माण भारत में किया जा सकता है, सस्ते के नाम पर ऐसी चीजें खरीदना बंद होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भारत में ही बने अच्छे उत्पादों के लिए देश की जनता प्रीमियम कीमत चुकाने के लिए भी तैयार है।