Tejas Express प्रीमियम कैटेगरी की ट्रेन है। यात्री बेहतर सेवाओं की उम्मीद में अधिक किराया का भुगतान कर इसमें सफर करते हैं। हालांकि, तेजस एक्सप्रेस ट्रेन के लेट होने पर लोगों का आक्रोश भड़का और स्टेशन पर जमकर हंगामा हुआ। 10 घंटे लेट हुई तेजस एक्सप्रेस में सवार यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। रेलवे को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक आईआरसीटीसी ₹ 1,10,000 वापस करेगा।
दरअसल, देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को भी ठंड और कोहरे ने अपनी चपेट में ले लिया है। लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ के बीच संचालित होने वाली तेजस एक्सप्रेस कोहरे के चलते छह घंटे लेट हुई है और इसके बदले में आईआरसीटीसी अब यात्रियों को मुआवजा देगा। आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि ट्रेन में जितने यात्रियों ने सफर किया और कोहरे के चलते लेटलतीफी का शिकार होना पड़ा इसके बदले में नियमानुसार उनका पैसा वापस किया जाएगा।
बीते शनिवार को नई दिल्ली से लखनऊ जंक्शन आने वाली तेजस एक्सप्रेस बड़ी लेटलाटीफी का शिकार हो गई। ट्रेन संख्या 82502 तेजस एक्सप्रेस नई दिल्ली से दोपहर 3।40 बजे रवाना होती है और रात 10।05 बजे लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंचती है। शनिवार दोपहर नई दिल्ली से रवाना हुई तेजस एक्सप्रेस कोहरे के कारण 10 घंटे लेट हो गई। इससे नाराज कुछ यात्रियों की अटेंडेंट से कहासुनी हुई। ट्रेन की लेटलतीफी के चलते यात्रियों को कुर्सियों पर ही रात गुजारनी पड़ी। रविवार सुबह 8।17 बजे ट्रेन लखनऊ जंक्शन पहुंची। रविवार को 82501 लखनऊ जंक्शन नई दिल्ली तेजस व 82502 लखनऊ जंक्शन नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस कैंसिल कर दी गई।
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि आईआरसीटीसी का नियम है कि अगर ट्रेन दो घंटे से ज्यादा लेट होती है तो प्रति यात्री 250 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। जो तेजस एक्सप्रेस 10 घंटे की देरी से आई है उसके 440 यात्रियों को 250 रुपये प्रति यात्री की दर से 1।10 लाख रुपये का रिफंड देगा।