Tourism Map फर बनारस आगे बढ़ रहा है। काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में शिवरात्रि महोत्सव भव्य स्वरूप में मनाये जाने पर मंथन किया गया। विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने वाराणसी में एडवेंचर टूरिज्म विकसित करने पर जोर दिया। वाटर एडवेंचर्स पैरासेलिंग पैराग्लाइडिंग, बंगी जंपिंग आदि गतिविधियों को प्रारंभ करने हेतु एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स को आमंत्रित करने की बातों पर विचार किया गया। पर्यटन विकास हेतु जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या समेत कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।
सारंगनाथ शिव मंदिर के जीर्णोद्धार के संबंध में सहमति बनी है। मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ द्वारा पूर्व में प्रस्तुत मध्य मध्यमेश्वर मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार पर सहमति बनी है। पर्यटन केंद्र की जरूरत पर जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया कि प्रमुख जगहों पर पर्यटन विभाग के सूचना केंद्र एवं काउंटर स्थापित किए जाएं। उन्होंने अपर नगर आयुक्त को घाटों पर बायो टॉयलेट स्थापित करने का निर्देश भी दिया।
विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव द्वारा वाराणसी में एडवेंचर टूरिज्म विकसित करने पर बल दिया गया। विशेषकर वाटर एडवेंचर्स पैरासेलिंग पैराग्लाइडिंग, बंगी जंपिंग आदि गतिविधियों को प्रारंभ करने हेतु एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स को आमंत्रित करने का विचार बना। काशी विश्वनाथ मंदिर पर आने वाले विभिन्न राज्यों के पर्यटकों के दृष्टिगत एक पर्यटन हेल्पडेस्क लगाई जाए। वाराणसी के घाटों पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
घाटों पर शौचालय बायो टॉयलेट्स इत्यादि के स्थापना का सुझाव दिया गया। साथ ही जिन घाटों पर गहरा पानी है वहां किसी प्रकार की दुर्घटना से बचने हेतु स्नान के लिए एनक्लोजर बनाए जाए तथा चेतावनी सूचक बोर्ड लगाए जाए। मारकंडेय महादेव स्थल के पर्यटन विकास हेतु वृहद प्रस्ताव तैयार कराया जाए। पांचों शिवाला तथा शूलतंकेश्वर मंदिर पर भी विकास कार्य कराए जाएं। रामायण कॉन्क्लेव के आयोजन हेतु अस्सी घाट अथवा अन्य उपयुक्त स्थल का चयन किया जाए। रामायण कॉन्क्लेव के आयोजन हेतु बैठक में 22 लाख का बजट प्रस्ताव पारित किया गया।
पर्यटकों के पथ प्रदर्शन हेतु स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए, जो यात्राओं तथा मंदिरों में पर्यटकों को दर्शन कराने के साथ-साथ उन्हें उन स्थानों के महत्व से भी परिचित करा सकें। पर्यटन विभाग द्वारा बताया गया कि वह शीघ्र ही भाषाई गाइडों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम प्रारंभ कर रहे हैं। नवरात्रि महोत्सव भव्य स्वरूप में मनाये जाने पर भी विचार हुआ तथा इसके लिए मंदिर के निकट उपयुक्त स्थान के चयन का सुझाव दिया गया।