Lucknow, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) की बोर्ड बैठक में फैसला लिया गया है कि अगर बस दुर्घटना में किसी भी यात्री कोई मृत्यु हो जाती है तो इसके एवज में परिजन को अब पांच लाख की जगह साढ़े सात लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा निगम निदेशक मंडल की तरफ से दुर्घटना में घायल होने वाले यात्री के साथ-साथ बच्चे को मिलने वाली मुआवजा राशि में बढ़ोतरी पर मुहर लगाई गई है.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) के प्रबंध निदेशक संजय कुमार (Managing Director Sanjay Kumar) ने बताया कि अगर यात्री वयस्क नही है तो उसके परिजन को पौने चार लाख रुपए दिए जाएंगे. अभी तक ढाई लाख रुपए का प्रावधान था. इसके अलावा जिन बच्चों का टिकट नहीं लगता है, अगर दुर्घटना में उनकी मृत्यु होती है तो सवा लाख के स्थान पर एक लाख 87 हजार रुपए मिलेंगे.
गंभीर घायल होने पर तत्काल सहायता के रूप में 25 हजार रुपए और इलाज पर खर्च होने वाली राशि में से अधिकतम साढ़े सात लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा. स्थायी दिव्यांगता की सहायता राशि में कोई बदलाव नहीं किया गया है. परिवहन निगम की बसों की ट्रैकिंग और पैनिक बटन से मिलने वाली सूचना की निगरानी के लिए यूपीएसआरटीसी मुख्यालय के सेकेंड फ्लोर पर इंटिग्रेटेड कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा.
बदले अनुबंध के मानक
बोर्ड बैठक में अनुबंधित बसों के मानकों को लेकर भी फैसला लिया गया है. मिड सेग्मेंट की वातानुकूलित बस में अब 34 सीटर बस का ही अनुबंध होगा. अब तक 40 सीटर बसों का अनुबंध होता था. 10 से 24 बस लगाने पर साढ़े सात रुपये प्रति किलोमीटर के प्रशासनिक शुल्क में 25 पैसे प्रति किलोमीटर की छूट दी जाएगी. 25 से 50 बस लगाने पर यह छूट 50 पैसे प्रति किलोमीटर दी जाएगी. हाई एंड की बसों में पांच से नौ बसें लगाने पर आठ रुपए प्रति किलोमीटर के प्रशासनिक शुल्क में से 25 पैसे प्रति किलोमीटर की छूट मिलेगी.
10 या उससे ज्यादा बस लगाने पर 50 पैसे की छूट मिलेगी. निदेशक मंडल ने निर्णय लिया है कि 15 साल पुरानी सभी बसों के संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध होगा. रोडवेज के बस बेड़े 209 बसें इस दायरे में आतीं हैं. एलडीए की तरफ से जानकीपुरम में बस स्टेशन को बनाने वाली जमीन को संरक्षित किया जाएगा. अवैध कब्जों और परिसर को ठीक रखे जाने के लिए पूरी जमीन को चहारदीवारी बनाकर संरक्षित किया जाएगा.
अमरनाथ सहाय को आलमबाग बस स्टेशन का प्रभार
लखनऊ. चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय की कार्यशैली से परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार संतुष्ट है यही वजह है कि अब अमरनाथ सहायकों चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ साथ आलमबाग बस स्टेशन का भी प्रभार दिया गया है. एमडी संजय कुमार ने बताया कि अमरनाथ सहाय को इसके लिए कोई अतिरिक्त भत्ता नहीं दिया जाएगा. आगरा, अलीगढ़ और गाजियाबाद में प्रशासनिक अधिकारियों के प्रभार में भी फेरबदल किया है.