UP Energy Ministry में सबकुछ ठीक न होने के संकेत मिल रहे हैं। गत कई दिनों से अलग-अलग मुद्दों पर बिजलीकर्मियों के मामले सुर्खियां बटोर रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश के बिजलीकर्मियों ने शक्ति भवन पर सांकेतिक प्रदर्शन किया। आंदोलन की अगली तारीखों का ऐलान किया गया।
यूपी के बिजली कर्मियों ने वर्षों से लंबित समस्याओं के समाधान के लिए गुरुवार से आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मियों ने गुरुवार को पावर कारपोरेशन हेड क्वार्टर पर सामूहिक सत्याग्रह और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बिजली अभियंता, जूनियर इंजीनियर और बिजली कर्मचारी शामिल हुए।
इस दौरान समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में 21 नवंबर को लखनऊ सहित सभी जनपदों और परियोजनाओं पर दोपहर तीन से पांच बजे तक विरोध सभाएं आयोजित की जाएंगी। 22 नवंबर से नियमानुसार कार्य आंदोलन शुरू होगा। 23 नवंबर को शाम पांच बजे सभी जनपद परियोजना मुख्यालयों पर मशाल जुलूस कार्यक्रम होगा। 29 नवंबर को सुबह आठ बजे से सभी ऊर्जा निगमों के सभी कर्मचारी और अभियंता अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।
पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय पर हुए सत्याग्रह में राजीव सिंह, प्रभात सिंह, जितेंद्र सिंह गुर्जर, जीवी पटेल, जयप्रकाश, गिरीश पांडेय, सदरूद्दीन राणा, प्रदीप वर्मा, पीके दीक्षित, शशांक श्रीवास्तव, चंद्र भूषण उपाध्याय समेत बड़ी संख्या में बिजली कर्मचारी इंजीनियर मौजूद रहे।