UP Metro की परियोजना और परिकल्पना भले ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जमाने में शुरू हुई, लेकिन अब बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में भी इसका तेजी से विकास हो रहा है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इनोरेल इंडिया 2022 के पांचवें संस्करण में 17 से 19 नवंबर के बीच रेल मंत्रालय के अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) में स्टॉल लगाया। यह भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की तरफ से आयोजित रेल परिवहन क्षेत्र में नवाचारों के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) लिमिटेड ने प्रदर्शनी में अपना स्टॉल लगाकर मेट्रो में तेजी से हो रहे विकास कार्यों को दर्शाया। यूपीएमआरसी के स्टॉल में लखनऊ, कानपुर, आगरा और भविष्य में आने वाली गोरखपुर मेट्रो परियोजनाओं की पूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
स्टॉल पर आने वाले विजिटर्स ने विभिन्न मेट्रो परियोजनाओं की जानकारी लेने के साथ ही वहां पर रखे गए मेट्रो स्मारक जैसे मेट्रो टॉय ट्रेन, टेबल घड़ियां, फोटो-फ्रेम आदि के प्रति खास दिलचस्पी दिखाई। इस अवसर पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो देश में एक उभरता हुआ क्षेत्र है और यूपी में मेट्रो का जाल तेजी से बिछाने के लिए विकास कार्य जारी है।
यूपीएमआरसी ने लखनऊ और कानपुर मेट्रो परियोजनाओं को समय से पूर्व बनाकर रिकॉर्ड दर्ज किया है। लखनऊ में हम पूर्ण नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर में सफल ट्रेन संचालन कर रहे हैं तो वहीं कानपुर के प्रॉयरिटी सेक्शन में भी हाल में शुरु हुए ट्रेन संचालन को लोगों का प्यार एवं सराहना मिल रही है। उन्होंने बताया कि यूपी के ऐतिहासिक शहर आगरा में भी मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से जारी है और हमें पूरा भरोसा है कि अपने लक्ष्य को हम समय से पूरा करने में सफल होंगे।