UP Roadways Rift के कारण एक बार फिर उत्तर प्रदेश सरकार की किरकिरी हो रही है। इस मामले में लखनऊ की बसों को गोरखपुर बस अड्डे पर नहीं खड़े होने देने के आरोप लगे हैं। अफसरों के खिलाफ UPSRTC के एमडी से शिकायत की गई है।
लखनऊ परिक्षेत्र के चार दर्जन से ज्यादा चालकों और परिचालकों ने गोरखपुर के परिवहन निगम अधिकारियों पर बस में सवारियां नहीं बैठने देने का आरोप लगाते हुए परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक से शिकायत की है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि गोरखपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अपने परिक्षेत्र की बसों को खड़ी कर सवारियां बिठाते हैं, लेकिन, जब लखनऊ क्षेत्र का नंबर आता है तो यहां की बसों को खड़ी ही नहीं होने देते हैं। डंडा लेकर खड़े हो जाते हैं। चालक परिचालकों ने एमडी से शिकायत कर मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की है।
लखनऊ रीजन के चालक प्रदीप पांडेय, रामेंद्र कुमार, सुनील कुमार सोनी समेत कई शिकायतकर्ताओं का कहना है कि गोरखपुर में चारबाग, कैसरबाग और हैदरगढ़ डिपो की बसों की समय सारिणी दोपहर दो से शाम पांच बजे तक और रात आठ से सुबह छह बजे तक होती है। इस समय पर जब हम बस लगाते हैं तो हमें खड़े नहीं होने दिया जाता है, साथ ही बस स्टेशन के अंदर अनुबंधित बसों को खड़ा करा देते हैं। रोड पर अपने क्षेत्र की बसों को रुकवाकर सवारी भरवाते हैं। उन्होंने बताया कि नियमानुसार 50 फीसदी से कम लोड फैक्टर लाने पर चालक और कंडक्टर की सैलरी काट ली जाती है। समस्या का समधान होना चाहिए।
परिवहन निगम के लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार पुंडीर ने बताया कि इस तरह की शिकायत सामने आई है। इस मामले पर संबंधित अधिकारियों से बात की गई है। अब समस्या का समाधान हो गया है। लखनऊ रीजन के चालक परिचालकों को गोरखपुर बस अड्डे पर कोई दिक्कत नहीं होगी।