उत्तर प्रदेश ऊर्जा मंत्रालय के अधीन मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL) के मैनेजिंग डायरेक्टर भवानी सिंह खंगारौत ने सख्त कार्रवाई की है। अधिशासी अभियंता सस्पेंड कर दिए गए, कुल नौ कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया है, जिसमें चार इंजीनियर (एक्सईएन), दो सब डिविजनल ऑफिसर (SDO), तीन जूनियर इंजीनियर (JE) शामिल हैं।
MVVNL के मुखिया ने दिखाई सख्ती
MVVNL के प्रबन्ध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत ने दिसम्बर 2022 तक के लक्ष्य के सापेक्ष कम राजस्व वसूली और अन्य वाणिज्यिक पैरामीटर्स को पूरा करने में असफल रहने पर कई अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की। जिन अधिकारियों पर कार्रवाई कई गई इनमें चार अधिशासी अभियंता, दो उपखंड अधिकारी और तीन अवर अभियन्ता शामिल हैं। इसके अलावा तुलसीपुर के अधिशासी अभियंता को निलंबित किया गया है।
विद्युत वितरण खण्ड, तुलसीपुर के अधिशासी अभियन्ता मनोज कुमार विश्वकर्मा को वाणिज्यिक पैरामीटर्स खराब होने और विभागीय कार्यों में लापरवाही के चलते निलम्बित कर मुख्य अभियन्ता (देवीपाटन क्षेत्र) गोण्डा से सम्बद्ध कर दिया गया है। जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उनके नाम पर एक नजर–
- प्रेमचन्द्र, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड डालीगंज, लखनऊ।
- प्रसून त्यागी, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड करनैलगंज, गोण्डा।
- सुनील कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड कैसरगंज, बहराइच।
- अनूप कुमार, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड, गोमतीनगर।
चारों को वाणिज्यिक पैरामीटर्स खराब होने के चलते चार्जशीट दी गई है। उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर उसका समय से निराकरण न होने के कारण को भी चार्जशीट दी गई।
- विद्युत वितरण खण्ड बीकेटी के उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार मौर्या
- विद्युत वितरण उपखण्ड महमूदाबाद सीतापुर के उपखण्ड अधिकारी राजेश कुमार
- विद्युत वितरण खण्ड चिनहट के अवर अभियन्ता कृष्णपाल
- अवर अभियन्ता बीकेटी विश्वम्भर नाथ यादव और सीबी राय
- अवर अभियन्ता बीकेटी को भी वाणिज्यिक पैरामीटर्स खराब होने की वजह से आरोप पत्र यानी चार्जशीट जारी किए गए।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL) के प्रबंध निदेशक की ताबड़तोड़ कार्रवाई से बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई है। भ्रष्ट अधिकारी घबरा रहे हैं कि कहीं अगला नंबर उनका तो नहीं है।