Uttar Pradesh GSDP के मामले में भारत के नेशनल ग्रोथ रेट से भी आगे है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में आम बजट पेश करते हुए कहा, वित्त वर्ष 2021-22 में यूपी की जीएसडीपी राष्ट्रीय विकास दर से अधिक रही। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में बुधवार को UP Budget 2023 पेश किया। इसमें दावा किया गया कि राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 16.8 प्रतिशत बढ़ा है। उन्होंने कहा, 2021-2022 में राष्ट्रीय विकास दर की तुलना में UP GSDP अधिक है।
वित्त मंत्री खन्ना ने कहा, “देश की जीडीपी में राज्य का योगदान 8 प्रतिशत से अधिक है। 2021-2022 में राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 16.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो पिछले वित्त वर्ष की राष्ट्रीय विकास दर से अधिक है।” खन्ना ने बुधवार को 2017 में सत्ता में आने के बाद सातवां बजट पेश किया। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का चालू बजट सत्र सोमवार से शुरू हुआ है।
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा “वैश्विक मंदी” के बीच भी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था उत्साहजनक तस्वीर पेश करती है। उन्होंने कहा, 2017 से पहले प्रदेश की बेरोजगारी दर 14.4 फीसदी थी। आज यह घटकर करीब 4.2 फीसदी रह गई है।” उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 19 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।
खन्ना ने कहा कि किसानों के लिए केंद्र की प्रमुख आय सहायता योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत वर्ष 2022-2023 में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में सीधे 51,639.68 करोड़ रुपये से अधिक स्थानांतरित किए गए हैं।
हाल ही में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री ने कहा, दुनिया भर के 25,000 से अधिक निवेशकों ने GIS में भाग लिया। खन्ना ने कहा, शिखर सम्मेलन के दौरान लगभग 33.50 लाख करोड़ रुपये के 19,000 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। “