Varanasi, प्रसिद्ध क्विज मास्टर व लेखक निर्मल जोशी एवं बी. आयुषी द्वारा लिखित पुस्तक “Couplets Retold – दोहों का नव-आलोकन” के विमोचन का कार्यक्रम स्थानीय सनबीम स्कूल-वरुणा के सभागार में मंगलवार को किया गया ।
शहर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में नवभारत टाइम्स-मुंबई के चीफ रिपोर्टर व रविवार संस्करण के संपादक रह चुके ख्यातिलब्ध वरिष्ठ पत्रकार व स्तंभकार विमल मिश्र, सनबीम ग्रुप के चेयरमैन डॉ. दीपक मधोक, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. सुभाष यादव, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जितेन्द्र नाथ मिश्र व पूर्व मेयर राम गोपाल मोहले ने दोहों को एक अलग ही दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने वाली उक्त पुस्तक का विमोचन किया।
सनबीम स्कूल-वरुणा की पूर्व छात्रा सुश्री आयुषी बरनवाल ने प्रसिद्ध लेखक निर्मल जोशी के साथ इस पुस्तक के सह-लेखन का कार्य किया है ।
पुस्तक विमोचन के दौरान विमल मिश्र ने कहा कि दोहों को इस प्रकार और इस दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुतीकरण एक प्रकार से एकदम नवीन व अनोखा प्रयास है ।
उन्होंने कहा कि ये पुस्तक सिर्फ दोहों के भावार्थ के लिए ही नहीं अपितु अपनी प्रस्तुतीकरण के अंदाज़ के कारण भी एक विशेष पुस्तक बन गई है । डॉ. दीपक मधोक ने पुस्तक में भारतीय ऋषि-मुनियों के दोहों के सापेक्ष विश्व के चर्चित व महान व्यक्तियों के उद्धरणों की प्रस्तुति को एक अति-विशिष्ट प्रयास बताया ।
उन्होंने कहा कि सनबीम की पूर्व छात्रा आयुषी बरनवाल द्वारा निर्मल जोशी के साथ मिलकर इतनी अच्छी और हम सभी को गौरवान्वित करने वाली पुस्तक के लेखन से हम सब अभिभूत हैं ।
इसी क्रम में डॉ. सुभाष यादव ने पुस्तक की सरल शैली, उसके ट्रांसलिटरेशन में उच्चारण की सही पकड़ और दोहों की हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषा में समुचित व्याख्या की प्रशंसा की और कहा कि ये पुस्तक गैर-हिंदी भाषी लोगों के साथ ही साथ विदेशियों के लिए भी एक बहुत ही आकर्षक पुस्तक होगी ।
डॉ. जितेन्द्रनाथ मिश्र ने पुस्तक में वर्णित चुनिन्दा प्रचलित दोहों की व्याख्या के पश्चात अंत में दी गई सरल भाषा की कविता के माध्यम से छात्र छात्राओं को दोहों के मर्म को बताने के तरीके को अत्यंत ही विशेष और बुद्धिमतापूर्ण प्रयास बताया ।
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प्रारंभ में प्रधानाचार्या डॉ. अनुपमा मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया और सनबीम वरुणा की पूर्व छात्रा आयुषी द्वारा श्री जोशी के साथ किये गए इस प्रयास को अन्य छात्र-छात्राओं के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण व प्रेरणा का श्रोत बताया ।
विमोचन के बाद लेखक द्वय ने सभागार में उपस्थित श्रोताओं, छात्रों और बुद्धिजीवीयों के प्रश्नों का उत्तर दिया । कार्यक्रम का सञ्चालन नंदिता सिंह ने किया ।