Varanasi, प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र अब धीरे-धीरे पूरी तरह सुरक्षित हो रहा है। जी हाँ बात हो रही है वाराणसी में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की। बता दें कि शहर के हर चट्टी चौराहे और गली के नुक्कड़ पर सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
इस सीसीटीवी कैमरों की मदद से जहां लोगों को ट्रैफिक रूल फॉलो करने के लिए प्रेरित किया जाता है तो वहीं गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्ती के साथ पुलिस द्वारा उनके घर चलान भेज दिया जाता है।


इसके साथ ही इन कैमरों की मदद से बहुत हद तक अपराधों पर भी अंकुश लग रहा है। और वाराणसी आने वाले यात्री भी अब पूरी तरह से सुरक्षित है। आपको बता दें कि पिछले 25 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी आए थे उसके 1 दिन पूर्व दूरदर्शन के लिए डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले भरत गुप्ता व उनकी टीम का एक सामान (एलईडी लाइट) एक ऑटो में छूट गया।
उसके बाद इसकी सूचना कंट्रोल कमांड सेंटर को दी गई। जहां से उस ऑटो वाले का गाड़ी नंबर के साथ ही उसकी पूरी डिटेल निकालकर पुलिस उसके घर पहुंचती हैं। और छूटे हुए सामान को बरामद कर लिया जाता है इस सामान को आज कमिश्नर अशोक मुथा जैन व एडिशनल कमिश्नर संतोष कुमार सिंह द्वारा उक्त सामान को निर्देशक भरत गुप्ता को सौप दिया गया।
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इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि वाराणसी में बनाए गए कंट्रोल कमांड सेंटर की वजह से जहां ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है, तो वही यह सीसीटीवी कैमरे अपराध को रोकने में भी पुलिस की मदद कर रहे हैं।
हमारी पुलिस की टीम इन कैमरो के बारे में और अधिक जानकारी कर रही है और उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। ताकि आने वाले समय में वाराणसी में किसी भी तरह की कोई घटना को तुरंत सीसीटीवी की मदद से पहचान कर उसपर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा सके, वही सम्मान पाने वाले निर्देशक भरत गुप्ता ने पुलिस को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि इतनी जल्दी पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता की बदौलत हमारे समान को बरामद कर दिया और आज हमें वापस भी कर दिया हम पुलिसकर्मियों और उनके कार्य की सराहना करते हैं और कमिश्नर साहब को इसके लिए धन्यवाद देते हैं।