World Homeopathy Day, विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर आज यामिनी इनोवेशन वैलनेस और नेचर केयर सेंटर की तरफ से संगोष्ठी और निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर पीके मुखर्जी मुख्य वक्ता थे। वहीं आलोक अरोरा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस संगोष्ठी में पोस्ट को विल फैल रहे मेटाबॉलिक डिजीज इज में होम्योपैथी दवाओं के उपयोग किस कदर प्रभावी है और कैसे इसके उपयोग किया जा सके इस बारे में जानकारी दी गई।
बीएचयू के आयुर्वेद संकाय के पूर्व संकाय प्रमुख और यामिनी इन्नोवेशंस के सीईओ प्रोफेशन यामिनी भूषण त्रिपाठी ने इस अवसर पर कहा कि पोस्ट कोविड होने वाली समस्याओं से किस प्रकार इंटीग्रेटिव तरीके से लोगों को सहायता पहुंचा सकते हैं। वहीं अमेरिका से आई हुई प्रोफेसर भासमणि भट्टाचार्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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मुख्य वक्ता डॉ पीके मुखर्जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि संयमित भोजन, वाचन और कर्मन तीनों को अगर आप संयमित कर लेते हैं तो, आपके शरीर में कोई भी विकार या बीमारी जल्द उत्पन्न नहीं होगी।
वही मुख्य अतिथि आलोक अरोरा ने भी सभी को इस संगोष्ठी के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी और भविष्य में भी ऐसे कई सारे सेमिनार को आयोजित करने की बात कही। इस दौरान सूर्या फाउंडेशन की ओर से चंदन चौहान समेत कई सारे वक्ताओं ने अपने विचार मंच के सामने साझा किए। कार्यक्रम में लोगों का निशुल्क जांच भी किया गया।