Yogi Govt vs Energy Dept Employees: संघर्ष समिति की हड़ताल, अभियंता की गिरफ्तारी, पांच संविदाकर्मियों पर FIR, फर्म ब्लैकलिस्ट। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के सख्त निर्देश के बावजूद कार्य बहिष्कार और हड़ताल करने से बिजली कर्मचारी पीछे नहीं हट रहे। कई दशक बाद ऐसा मौका है कि जब बिजली कर्मी हड़ताल कर रहे हैं। गुरुवार रात 10 बजे से विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में बिजली कर्मियों के 72 घंटे की हड़ताल शुरू हो गई है।
ESMA और रासुका की चेतावनी
समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे का साफ तौर पर कहना है कि 72 घंटे बिजली कर्मी अपने को पूरी तरह से काम से दूर रखेंगे। समिति के अड़ियल रवैये से नाराज ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बाद गुरुवार को प्रदेश भर में कई अभियंता और बिजली कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। एफआईआर दर्ज की गई। थाने में बंद भी कराया गया। हड़ताल करने वाले कर्मचारियों को सख्त तौर पर ऊर्जा मंत्री ने अल्टीमेटम दिया है कि हड़ताल में शामिल होंगे तो एस्मा लगाया जाएगा, रासुका लगाने की भी लिए कार्रवाई होगी।
कंपनी को भी ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश
महोबा में बिजली कर्मियों के हड़ताल पर डीएम मनोज कुमार ने सख्ती दिखाते हुए 5 संविदा कर्मचारियों पर कार्यवाही कर दी संविदा कर्मचारी अथर्व दिलशाद कालीचरण राजबहादुर और सलीम की सेवाएं समाप्त कर दी सभी पर डीएम ने एफ आई आर दर्ज कराने के निर्देश जारी कर दिया संबंधित कंपनी को भी ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दे दिए बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार और हड़ताल से डीएम यह सख्ती दिखाई है।
हड़ताल करने से पीछे नहीं हटेंगे
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत महाराजगंज जनपद में कार्यरत सहायक अभियंता उपेंद्रनाथ चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया गया। स्थानीय पुलिस ने सर्किल ऑफिस पर चल रहे कार्य बहिष्कार के बाद सहायक अभियंता को गिरफ्तार किया। कार्य बहिष्कार और हड़ताल कर रहे संविदा कर्मचारियों की संविदा समाप्ति* उन पर एफआईआर दर्ज करने और अभियंता को गिरफ्तार करने की कार्रवाई से विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी काफी खफा हैं। उनका कहना है कि प्रबंधन चाहे कुछ भी कर ले लेकिन कर्मचारियों के हित में हड़ताल करने से पीछे नहीं हटा जाएगा।