16 Oct से मंगल का मिथुन में गोचर होने जा रहा है। ग्रहों के सेनापति माने जाने वाले मंगल देव को ऊर्जा व पराक्रम का कारक माना गया है। जो आपकी समस्त व हर प्रकार की इच्छाओं के सफल होने के उद्देश्य, रणनीति, योजना व निर्णय को प्रभावित करने का असमर्थ रखते हैं। इसके अलावा व्यक्ति में आक्रामकता और क्रोध भी मंगल द्वारा नियंत्रित होते हैं।
इन 4 राशियों पड़ पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव
मिथुन राशि: मंगल देव आपके प्रथम भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में इस गोचर के चलते आपके व्यक्ति और स्वभाव में आक्रामकता की वृद्धि देखने को मिलेगी। इस समय आपका कोई भी निर्णय जल्दबाज़ी में लेना आपकी समस्या बढ़ा देगा। इसलिए सोच-समझकर ही किसी भी फैसले पर पहुंचना आपके लिए बेहतर रहेगा।
तुला राशि: तुला राशि में मंगल नवम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में इस भाव में मंगल का गोचर आपको सबसे अधिक स्वास्थ्य और धन संबंधी समस्या दे सकता है। कार्यक्षेत्र पर नौकरीपेशा जातकों का कोई ट्रांसफर संभव है, जिसके चलते उन्हें अपनी जन्मभूमि से दूर जाना पड़ेगा। व्यापारी जातकों को भी इस समय निवेश करना भारी पड़ सकता है। क्योंकि उन्हें कोई बड़ा नुकसान होने के योग बनते दिखाई दे रहे हैं।
वृश्चिक राशि: अपने इस गोचर के दौरान मंगल देव आपकी राशि से अष्टम भाव में विराजमान हो रहे हैं। ऐसे में आपको इस समय कई प्रकार की बाधाएं होने का खतरा रहेगा। कार्यक्षेत्र पर आप किसी भी कार्य को समय पर पूरा नहीं कर सकेंगे, जिससे आप पर उसे पूरा करने का दबाव अधिक होने से गलती होने की आशंका बढ़ जाएगी। व्यापारी जातक भी अपनी कार्यकुशलता से असंतुष्ट दिखाई देंगे और इस कारण कुछ लोग अपने व्यापार में कोई बड़ा बदलाव करने का फैसला भी ले सकते हैं।
धनु राशि: मंगल आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। इस कारण सबसे अधिक शादीशुदा जातकों को समस्या हो सकती है। यदि आप सिंगल और विवाह योग्य हैं तो, ये गोचर आपके विवाह में भी कुछ विलंब का कारण बन सकता है।
(आध्यात्मिक सलाहकार- रविश द्विवेदी)