Maharashtra Lokayukta : अन्ना हजारे के संघर्ष का परिणाम, 11 साल बाद विधानसभा से पारित हुआ लोकायुक्त विधेयक 2022। विधानसभा में लोकायुक्त विधेयक 2022 सोमवार को पेश किया गया था। बुधवार को ये अहम बिल महाराष्ट्र विधानसभा से पारित हो गया। कैबिनेट मंत्री दीपक केसरकर ने विधेयक पेश किया। विधेयक में मुख्यमंत्री और कैबिनेट को भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के दायरे में लाने का प्रावधान है।
कैसे जांच करेगा लोकायुक्त
विधेयक के अनुसार, मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई भी जांच शुरू करने और सदन के सत्र से पहले प्रस्ताव लाने से पहले लोकायुक्त को विधानसभा की मंजूरी लेनी होगी। विधेयक के प्रावधानों में स्पष्ट किया गया है कि इस तरह के प्रस्ताव के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के कुल सदस्यों के कम से कम दो-तिहाई सदस्यों के अनुमोदन अनिवार्य होगा।
Maharashtra Legislative Assembly passes Maharashtra Lokayukta Bill 2022 pic.twitter.com/BHwgqS4rQ0
— ANI (@ANI) December 28, 2022
लोकायुक्त अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति के लिए चयन समिति में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष, विधान परिषद अध्यक्ष, विधान सभा और विधान परिषद में विपक्ष के नेता शामिल होंगे। बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या मुख्य न्यायाधीश द्वारा नामित एक न्यायाधीश भी इस पैनल में शामिल होंगे।