Caste Census पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सकारात्मक रुख नहीं दिखाया है। सरकार ने भले ही जातीय जनगणना कराने से इंकार कर रही है, लेकिन प्रदेश व केंद्र सरकार में सहयोगी दलों के नेता अभी भी जातीय जनगणना कराने की मांग उठा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने एक बार फिर जातीय जनगणना की मांग दोहराई है। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि धार्मिक आधार पर नहीं, लेकिन जातीय जनगणना होनी तो चाहिए ही।
जातीय जनगणना के मकसद पर निषाद ने कहा, इससे पता चल सकेगा कि किस जाति के कितने लोग हैं और हमारी सरकार पिछली सरकारों को यह जवाब भी दे सके कि जो उन सरकारों ने सालों में जातियों का भला नहीं किया हमारी सरकार ने छह साल में ही वह करके दिखा दिया है।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने 16 अगस्त को गोरखपुर में धूमधाम से पार्टी का स्थापना दिवस मनाने की भी बात कही है। उन्होंने बताया कि निषाद पार्टी 16 अगस्त को अपना आठवां स्थापना दिवस, महायोगी मत्स्येंद्रनाथ की तपोभूमि गोरखपुर में मनाएगी। निषाद पार्टी ने गोरखपुर की धरती से अपना संघर्ष शुरू किया था, संघर्ष का परिणाम है आज विधानसभा में 11 विधायक पहुंचे हैं।
उन्होंने बताया कि निषाद पार्टी का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा। हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत बीजेपी शीर्ष नेतृत्व से मुलाक़ात की।
उन्होंने बताया कि बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को मछुआ समाज के सभी लंबित मुद्दों से अवगत कराया, साथ ही मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम और महाराजा गुह्यराज निषाद की श्रृंगवेरपुर धाम, प्रयागराज में 52 फ़ीट की गले लगी हुई प्रतिमा के उद्घाटन का समय भी मांगा। डॉ निषाद ने बताया कि राज्य और प्रदेश सरकार मछुआ समाज के सर्वागीण विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं।
गौरतलब है कि अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं और इसे लेकर जिन दलों का बीजेपी से गठबंधन है वह अपने लिए सीटों की मांग भी करने लगी हैं। हालांकि निषाद पार्टी ने लोकसभा के लिए कितनी सीटें मांगी है इसका तो संजय निषाद ने कोई जवाब नहीं दिया है, लेकिन यह जरूर कहा है कि भारतीय जनता पार्टी हमारा हक नहीं मारेगी।
बकौल संजय निषाद, हम जितनी सीटें चाहेंगे उतनी हमें जरूर मिलेंगी। उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी अपने चुनाव चिन्ह पर आगामी लोकसभा का चुनाव लड़ेगी, ये मुद्दा भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने रख चुका हूं।