Congress Bharat Jodo Yatra के तहत तेलंगाना के इलाकों में घूम रही है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अलग-अलग राज्यों के लोगों से मिल रहे हैं, उनकी समस्याएं जान रहे हैं। राहुल गांधी की एक वीडियो वायरल हो रही है। इस वीडियो में राहुल रेलवे निजीकरण पर बात करते सुने जा सकते हैं।
151 ट्रेन Railway Privatization की भेंट चढ़े
केंद्र सरकार पर आरोप लग रहा है कि आर्थिक नीतियों के कारण रेलवे कर्मचारियों की नौकरी खतरे में है। रेलवे यूनियन के सदस्यों का कहना है कि अभी तक 151 ट्रेन Railway Privatization की भेंट चढ़ चुके हैं।
12 लाख लोगों को रोज़गार, 2.5 करोड़ देशवासियों की रोज़ सेवा – देश को जोड़ती है भारतीय रेल।
प्रधानमंत्री जी, रेलवे देश की सम्पत्ति है, इसे निजीकरण नहीं, सशक्तिकरण की ज़रूरत है। बेचो मत! pic.twitter.com/Z6m5S0vQio
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 12, 2022
इस कहानी में एक ट्विस्ट तब सामने आया जब राहुल की वीडियो को Fact Check की कसौटी पर परखा गया। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक में ये बात सामने आई है कि राहुल के वायरल वीडियो में रेलवे निजीकरण के संबंध में किया गया दावा फर्जी और तथ्यहीन है।
एक ट्वीट में फर्जी दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे की 151 ट्रेनों, रेलवे संपत्ति, स्टेशनों और अस्पतालों का निजीकरण कर दिया गया है#PIBFactCheck
▶️ ये दावे पूर्णतः फर्जी एवं तथ्यहीन हैं
▶️ @RailMinIndia अपनी किसी संपत्ति का निजीकरण नहीं कर रहा pic.twitter.com/KecWtIM7du
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 13, 2022