BHU Fee Hike Row के बीच शुक्रवार को नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रों ने उग्र विरोध-प्रदर्शन किया। अब इसे विरोध प्रदर्शन का असर कहें या कुछ और शाम में PRO ने कहा, बीएचयू प्रशासन ने फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। शुक्रवार शाम जारी बयान में BHU के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) ने कहा, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कतिपय विद्यार्थियों व अन्य व्यक्तियों ने सोशल मीडिया तथा अन्य संचार माध्यमों पर फीस बढ़ोतरी से जुड़े दावे किए हैं। सूचना फैलाई जा रही है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा सभी विद्यार्थियों की फीस में वृद्धि कर दी गई है।
PRO ने कहा, विद्यार्थियों व आमजन को गुमराह करने वाले बीएचयू में फीस वृद्धि के दावों से विश्वविद्यालय की छवि व प्रतिष्ठा पर तो प्रतिकूल असर पड़ ही रहा है, विश्वविद्यालय में पठन-पाठन व वर्तमान में जारी परीक्षाओं का वातावरण भी प्रभावित हो रहा है। बिंदुवार पढ़ें,
BHU Fee Hike Row : PRO के स्टेटमेंट की प्रमुख बातें
- फीस बढ़ाने के बारे में शैक्षणिक सत्र 2019-20 से पहले ही ले लिया गया था फैसला।
- शैक्षणिक वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं।
- सत्र 2020-21 तथा 2021-22 में बढ़े हुए शुल्क का भुगतान करने वाले विद्यार्थियों को एक्स्ट्रा फी अमाउंट वापस की जा रही है।
- एक्स्ट्रा फीस वापसी का फैसला अगस्त 2022 में ही हुआ।
- कुछ मदों में आंशिक बढ़ोतरी, आगामी सत्र 2022-23 में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों पर ही फीस वृद्धि लागू होगी।
एक्सट्रा फी वापसी पर तत्परता से कार्रवाई
जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, कोविड 19 महामारी के कारण विद्यार्थियों को राहत देने के उद्देश्य से शैक्षणिक सत्र 2020-21 तथा 2021-22 में किसी भी प्रकार की वृद्धि लागू नहीं की गई थी। इस संबंध में सभी संकायों व विभागों को सूचित भी कर दिया गया था। एक्स्ट्रा फी वापसी के सभी अनुरोधों पर विश्वविद्यालय तत्परता से कार्रवाई कर रहा है।
BHU Hostel Fee Hike पर सफाई
जहां तक फीस व छात्रावासों के शुल्क में बढ़ोतरी का प्रश्न है, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा इस संबंध में कोई नया निर्णय नहीं लिया गया है। कुछ मदों में आंशिक बढ़ोतरी के बारे में निर्णय शैक्षणिक वर्ष 2019-20 से पहले ही ले लिया गया था। इसका मकसद विद्यार्थी कल्याण गतिविधियों, छात्रावासों के रखरखाव की उच्च लागत, विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में आने वाले खर्च आदि के लिए संसाधन जुटाना है।
ऐसे बच्चों की हॉस्टल फी माफ !
कुछ मदों में फी बढ़ाने के निर्णय को बीएचयू विद्वत परिषद् तथा कार्यकारी परिषद् से स्वीकृति भी मिली है। हालांकि, कोविड19 महामारी के कारण विद्यार्थियों के हित में यह निर्णय प्रभावी नहीं किया गया। प्रस्तावित फीस में छात्रावास का किराया, छात्रावास सुविधा तथा Establishment Charges आदि में 10% वार्षिक की मामूली बढ़ोतरी को ही लागू किया जा रहा है। इस संबंध में जो भी बढ़ोतरी प्रभावी हो रही है, वह 2022-23 में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए है। वर्तमान विद्यार्थियों पर इस आंशिक बढ़ोतरी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों से किसी भी तरह का छात्रावास किराया नहीं लिया जाएगा।
BHU छात्रों से प्रशासन की अपील
जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय सभी विद्यार्थियों व पक्षधारकों से अपील करता है;
कतिपय वर्गों द्वारा विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के नाम पर दुष्प्रचार किया जा रहा है। सचेत रहें और बीएचयू फी बढ़ोतरी के बारे में फैलाए जा रहे भ्रम व गलत सूचनाओं से बचें।
बीएचयू जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, विद्यार्थी कल्याण व उनका सर्वांगीण विकास महामना के विचार हैं। इस पथ पर आगे बढ़ रहा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय नित नई पहल कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में विद्यार्थियों के कल्याण व हित के लिए आरंभ की गई योजनाएं विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की परिचायक हैं।