दिल्ली में सर गंगा राम अस्पताल में फिजिसियन डॉक्टर एम वली ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, Covid-19 xbb.1.5 वैरिएंट भारत में उतना खतरनाक नहीं होगा। डॉक्टर वली के मुताबिक भारत में 90 फीसद लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। करीब 40 फीसद लोगों को बूस्टर डोज भी लगाई जा चुकी है, ऐसे में यहां के लोगों की इम्यूनिटी और वैक्सीन के प्रभाव के कारण कोरोना का नया वैरिएंट एक्सबीबी.1.5 उतना खतरनाक या विषाणुजनित (Virulent) नहीं है।
बता दें कि अमेरिका में रिपोर्ट किए गए करीब 40 फीसद नए कोरोना केस Covid-19 xbb.1.5 वैरिएंट ही हैं। इसे अधिक खतरनाक बताया जा रहा है, जिससे भारत में भी चिंता गहराने लगी है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि विदेश यात्रा से भारत आने वाले कुछ लोगों में कोरोना के इस वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है, ऐसे में एहतियात ही बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय है। खुद डॉ वली ने भी कहा कि फेस मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
डॉ वली ने पीएम मोदी के 4टी फॉर्मूले पर कहा कि टेस्ट, ट्रैक, ट्रीटमेंट और टीका का उपाय किया जा सकता है, लेकिन लोगों को चाहिए कि बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें। कोरोना संक्रमण की आशंका होने पर आइसोलेशन और क्वारंटाइन जैसे विकल्प चुनें। बीमारी की आशंका होने पर बड़ों और बच्चों को अलग-थलग करने का प्रयास करें, जिससे संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका को खत्म किया जा सके।