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  • July 27, 2024
  • Last Update July 25, 2024 2:05 pm
  • Noida

कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक हुआ गैंगेस्टर मुख्तार, कब उठेगा मौत के सवाल से पर्दा

कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक हुआ गैंगेस्टर मुख्तार, कब उठेगा मौत के सवाल से पर्दा

मुख्तार अंसारी के शव को आज गाजीपुर के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के करीब कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। अंसारी की मौत पर विपक्षी दलों की ओर से सवाल उठाए गए, जिसपर शुक्रवार को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एमपी/ एमएलए कोर्ट) गरिमा सिंह मुख्तार के मौत मामले की जांच करेगी। बांदा कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भगवान दास गुप्ता ने गरिमा सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। गरिमा सिंह से एक महीने के भीतर रिपोर्ट मांगी गई हैं।

अंसारी के परिवार ने आरोप लगाया है कि बांदा जेल में उन्हें ‘स्लो पॉयजन’ दिया गया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। प्रदेश के कई जिलों में सुरक्षा अलर्ट और धारा 144 के बीच डॉक्टरों के एक पैनल ने बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में शव का पोस्टमार्टम किया।

गाजीपुर सांसद और मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मंगलवार को समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था कि, मुख्तार ने बताया था कि करीब 40 दिन पहले भी उन्हें जहर दिया गया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि इसके बाद शायद 19 या 22 मार्च को फिर ऐसा किया गया, जिस कारण उनकी हालत खराब हो रही थी।

बाराबंकी की अदालत में 21 मार्च को एक मामले की सुनवाई के दौरान मुख्तार के वकील ने दरखास्त दी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके मुवक्किल को जेल में ‘स्लो पॉयजन’ दिया गया है। इससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है।

सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अंसारी का नाम लिए बिना शुक्रवार को पुलिस और न्यायिक अभिरक्षा में होने वाली मौतों पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश की निगरानी में जांच की मांग की।

 

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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को ‘एक्‍स’ पर कहा, ‘हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

वहीं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मुख्तार अंसारी की मौत के मामले की उच्‍च स्‍तरीय जांच की मांग की।

बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्तार की मौत के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर एक पोस्ट में कहा, मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं, उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें।

वहीं सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी कहा कि, अदालत को अंसारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी के परिवार से उनके अच्छे संबंध रहे हैं और मुख्तार अंसारी का परिवार देश की आजादी में लड़ा था। देश की आजादी में इस परिवार का काफी योगदान रहा है।

बता दें कि मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी। मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था।

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