Raksha Bandhan, इस बार बाजार में किसान राखी भी देखने को मिल रही है। छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है. इस साल राखी के आने वाले त्योहार के लिए एक नई सोच देखने को मिली है. यहां धान की बालियों से राखी बनाई जा रही हैं.
बता दें कि जांजगीर जिले की नंदनी बघेल ने इनोवेटिव आइडिया को दिमाग में रखते हुए धान से राखी बनाई है. लोग इसकी खूब सराहना कर रहे हैं. इस बार राखी के त्योहार पर भाई की कलाई में धान से बनी राखियां देखने को मिलेंगी.
इसको लेकर नंदनी ने कहा कि उसने धान से राखी बनाने के लिए बाजार से केवल रिबन और रंग खरीदे हैं. राखी के निर्माण में मेहनत और बहुत समय लगता है, जिसके कारण से उन्होंने बाजार में एक राखी की कीमत 50 रुपये रखी है.
धान से पहली बार 500 राखी ही बनाई गई हैं. नंदनी ने कहा कि इसमें धान के अलावा चावल, मोती, कौड़ी, स्टोन से खूबसूरत रंग-बिरंगे धागों से सजी राखियों का निर्माण किया गया है. नंदनी ने कहा कि इस वर्ष अच्छी बिक्री होने पर अगले वर्ष अधिक मात्रा में राखियां बनाई जाएंगी, इसे बेचने के लिए कचहरी चौक में दुकान लगाई जाएंगी.