UP Energy Department में दलित अभियंताओं के उत्पीड़न का आरोप लगा है। उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन की प्रांतीय कार्यसमिति की एक आवश्यक बैठक फील्ड हॉस्टल कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में पावर कारपोरेशन, उत्पादन निगम, मध्यांचल, पूर्वांचल, पश्चिमांचल, दक्षिणांचल और केस्को से संबंधित दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता अधिकारियों की समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। एसोसिएशन की प्रांतीय कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से पांच प्रस्ताव पारित कर उत्तर प्रदेश सरकार व पावर कॉर्पोरशन प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट किया। सभी समस्याओं का समाधान कराने की पुरजोर मांग उठाई।
कर्मचारियों को प्रोमोशन की अपील
प्रबंधन से हस्तक्षेप की मांग करते हुए एसोसिएशन ने सभी बिजली कंपनियों में किए जा रहे दलित अभियंताओं के उत्पीडन पर चर्चा करते हुए पावर कारपरेशन प्रबंधन से मांग की है कि सभी बिजली कंपनियों को पावर कॉर्पोरशन प्रबंधन स्तर से यह निर्देश भेजे जाएं कि दलित अभियंताओं को चिह्नित कर उनके खिलाफ विद्वेष भाव से की जा रही कार्रवाई पर अविलंब विराम लगाया जाए। एसोसिएशन ने यह भी प्रस्ताव पारित किया कि अनेकों ऐसे मामले हैं जिसमें कोई भी वित्तीय अनियमितता सामने नहीं आ रही है। सतर्कता जांच में लम्बे समय से लंबित कार्पोरेशन नियमों के तहत ऐसे सभी मामलों में जिन भी अभियंताओं का प्रोन्नत फलस्वरुप लिफाफा बंद है उन्हें तदर्थ पदोन्नति दी जाए।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से मुलाकात करेंगे
साथ ही जिन अभियंता अधिकारियों की तरफ से किसी भी मामले में अपना जवाब बिजली कंपनियों में दाखिल किया गया है। उनके केस को ससमय निस्तारित कराया जाए। एसोसिएशन ने पुरजोर तरीके से यह भी मांग उठाई कि किसी भी मामले में बनाई जा रही किसी भी जांच समिति में अनिवार्य रूप से एक दलित व पिछडे वर्ग के अभियंताओं को भी सम्मिलित किया जाए जिससे जांच में पारदर्शिता बनी रहे। एसोसिएशन के प्रांतीय कार्य समिति जल्द ही पूरे मामले को लेकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री व पावर कॉर्पोरशन प्रबंधन से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराएगा।
जानबूझकर सदस्यों का उत्पीड़न
उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष केबी राम, कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष एसपी सिंह, महासचिव अनिल कुमार, सचिव आरपी केन, अतिरिक्त महासचिव अजय कुमार, संगठन सचिव रामबरन ने कहा कि लगातार सभी बिजली कंपनियों से यह सूचनाएं मिल रही है कि वहां पर प्रबंधन जानबूझकर सदस्यों का उत्पीड़न करा रहा है जिससे सभी बिजली कंपनियों में दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंताओं में भारी रोष व्याप्त है। ऐसे में प्रांतीय कार्य समिति सभी मुद्दों को लेकर पावर कारपोरेशन के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सहित ऊर्जा मंत्री को पूरे मामले से अवगत कराया जाए। समस्याओं का निराकरण तत्काल कराया जाए।