Varanasi Bandi Devi Temple कैदियों की मुराद पूरी करने के लिए मशहूर है। यूं तो काशी की अनोखी कहानी से पग-पग मिलती है, लेकिन भक्तों के बीच ऐसी बंदी देवी का मंदिर आस्था और मान्यता पूरी करने लिए लोकप्रिय है।
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के पास स्थित बंधी माता का मंदिर है, जहां आपको मन्दिर के गेट पर ढेर सारे ताले लटके हुए दिखाई देंगे। निश्चित तौर पर इन तालों को देखकर लोग आश्चर्य में पड़ जाएंगे लेकिन जब यहां के पुजारी से इन लटके तालों के बारे में जानकारी मांगी गई तो इन्होंने बताया कि जब प्रभु श्री राम ने रावण का वध किया था तो उस समय रावण का भाई महिरावण श्री राम का वध करने के लिए उनको बंदी बनाकर पाताल लोक में ले जाकर बन्द कर दिया था
उसके बाद भगवान राम ने मां बंधी देवी की आराधना की। माँ प्रकट हुई और प्रभु को यही रावण के बन्धन से मुक्त कराया था तब से मा बंधी देवी की आराधना की जाती है।
ऐसी मान्यत है कि जिसके भी परिजन किसी कारण वश जेल में बंद है अगर वह यहां आकर माँ से मनौती मांगता है और यहां ताले बन्द कर 41 दिन माँ का नियमित दर्शन करता है तो। माँ उसको बंधनों से मुक्ति दिलाती है और वह कोर्ट में केस जीत कर अपने परिजनों को जेल के बंद दरवाजो से बाहर निकलत है। पुजारी ने बताया कि दूर दुर से इस मान्यता को मानकर लोग यहां ताला बन्द करने आते है।
रिपोर्ट- अमित शर्मा