BHU protest, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित केंद्रीय कार्यालय पर भगत सिंह छात्र मोर्चा के छात्रों ने फीस वृद्धि को लेकर धरना प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि बीएचयू ने फीस में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। साथ ही हॉस्टल के शुल्क में भी वृद्धि की गई है। इसके साथ ही सुरक्षा गार्डों से धक्का-मुक्की भी हुई।
छात्रों का कहना है कि फीस वृद्धि सरकार की उन नीतियों के फल स्वरुप हुई है उसे बीएचयू में पढ़ने वाले सभी छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी। आज फीस 50% बढ़ी है कल और ज्यादा बढ़ेगी यह लड़ाई सिर्फ फीस कम करवाने की नहीं है बल्कि पूरी की पूरी उच्च शिक्षा को बचाने की लड़ाई है।
जिससे यह साफ पता चलता है कि सरकार ने नहीं चाहती कि गरीब तबका और गरीब महिलाएं पड़ पाएं । गरीब छात्राएं बड़ी मुश्किल से इस मुकाम तक पहुंचती हैं और वह जब शिक्षा लेने की बारी आती है और तो फीस के कारण कहीं ना कहीं वह आगे नहीं बड़ पाती।
भगत सिंह छात्र मोर्चा के सदस्यों का कहना है कि बीएचयू ही नहीं देश के लगभग सभी शिक्षण संस्थानों में बेतहाशा फीस में वृद्धि की गई है। उन्होंने आगे कहा कि बेहतर शिक्षा देश के हर नागरिक का मूलभूत अधिकार है और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि सभी नागरिकों को निशुल्क और समान शिक्षा उपलब्ध कराई जाए।
शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ रोजगार देना नहीं है बल्कि एक ऐसे समाज को बनाना है जहां पर व्यक्ति वैज्ञानिक चेतना से लैस हो और शिक्षित होकर समाज को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें लेकिन यह नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार शिक्षा समाज को उन्नत बनाने की जगह उन्हें सिर्फ खरीदने बेचने की वस्तु बनाना है।