नयी दिल्ली, यूरोपीय संघ (ईयू) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन संकट ईयू की एक प्राथमिकता है और रूस व चीन इस मुद्दे पर काफी “अलग-थलग” पड़ गए हैं।
भारत जी20 नेताओं के संयुक्त बयान में इस संकट के जिक्र को लेकर आम सहमति बनाने की कोशिश कर रहा है।
अधिकारी ने कहा कि यूरोपीय संघ बाली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान संघर्ष के संदर्भ में इस्तेमाल किए गए भाग से दूरी बनाने के रूस और चीन के किसी भी प्रयास को स्वीकार नहीं कर सकता।
पश्चिमी देशों और रूस-चीन गठबंधन के बीच तीखे मतभेदों को देखते हुए भारत को बयान पर आम सहमति बनाने में कठिनाई हो रही है।
रूस और चीन दोनों ने पिछले साल बाली सम्मेलन के संयुक्त बयान में यूक्रेन संघर्ष को लेकर दो पैराग्राफ पर सहमति जताई थी, लेकिन इस साल वे इससे पीछे हट गए, जिससे भारत के लिए मुश्किलें पैदा हो गईं।
यूरोपीय संघ के अधिकारी ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में इस सवाल को नजरअंदाज कर दिया कि क्या यूक्रेन संकट को लेकर मतभेद नेताओं के संयुक्त बयान में बाधा पैदा कर सकते हैं।
अधिकारी ने कहा, “अभी भारतीयों ने जो मूलपाठ प्रस्तुत किया है, वह जी7 और ईयू के लिए पर्याप्त नहीं है… क्योंकि इसमें विस्तारपूर्वक बात नहीं की गई है।”